स्पीकर की मांग: आप नेता संजय सिंह ने कहा टीडीपी और जेडीयू सुनिश्चित करे कि लोकसभा अध्यक्ष उनकी पार्टी का हो
- संविधान और लोकतंत्र के हित में स्पीकर की मांग
- टीडीपी उम्मीदवार के लिए इंडिया ब्लॉक की भूमिका अहम
- एनडीए सरकार में शामिल टीडीपी और जेडीयू
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक तेलगू देशम पार्टी टीडीपी और जेडीयू से सोमवार को यह सुनिश्चित करने को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष उनके दल से हो, क्योंकि यह उनके हित के साथ-साथ संविधान और लोकतंत्र के हित में भी होगा।
पीटीआई भाषा ने लिखा है कि आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर तेलुगु देशम पार्टी भारतीय जनता पार्टी के समर्थन के बिना लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करती है, तो विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
आपको बता दें हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सदन में किसी एक राजनैतिक दल को बहुमत नहीं मिला है। सत्तारूढ़ बीजेपी भी इस बार बहुमत से दूर रही,भाजपा ने एनडीए गठबंधन में शामिल दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई है। खबरों के मुताबिक एनडीए में इस समय स्पीकर पद को लेकर खींचतान मची हुई है। मोदी की अगुआई वाली एनडीए सरकार के दो बड़े घटक दल टीडीपी और जदयू भी इस होड़ में शामिल दिख रहे हैं।
खबरों के मुताबिक टीडीपी नेता एन चंद्रबाबू नायडू और जदयू नेता नीतीश कुमार को लगता है कि अगर उनकी पार्टी में तोड़फोड़ की कोशिश होगी तो स्पीकर पद उस समय जीवन बीमा होगा। स्पीकर पद के लिए इंडिया ब्लॉक टीडीपी को समर्थन देने के लिए तैयार है। हालांकि मोदी के दूसरे कार्यकाल में स्पीकर रहे कोटा सांसद ओम बिड़ला फिर दावेदारी में आगे हैं। उनके कैबिनेट मंत्री न बनने से अटकलें और जोर पकड़ चुकी हैं। उनके भविष्य को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक बिड़ला के लिए बड़ी भूमिका वाले रास्ते अभी भी खुले हुए हैं। इसी बीच भाजपा की आंध्र प्रदेश अध्यक्ष डी. पुरंदेश्वरी का नाम भी उछला है।
पुरंदेश्वरी चंद्रबाबू नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी की बहन हैं। उन्होंने नायडू का उस वक्त समर्थन किया था, जब उनकी अपने ससुर एनटी रामाराव का तख्ता पलट करने पर आलोचना हो रही थी। ऐसे में उन्हें स्पीकर बनाया जाता है, तो नायडू पर सॉफ्ट प्रेशर रहेगा। उनकी पार्टी पुरंदेश्वरी का विरोध नहीं कर पाएगी।
पुरंदेश्वरी कम्मा समुदाय से हैं। चंद्रबाबू नायडू भी इसी समुदाय के हैं। आंध्र प्रदेश की राजनीति में यह प्रभावशाली समुदाय है। कम्मा समुदाय को टीडीपी का ट्रेडिशनल वोटर माना जाता है। साफ है कि डी पुरंदेश्वरी के बहाने भाजपा नायडू की पार्टी के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाना चाहती है।