बॉलीवुड: मुझे अपने 23 साल के फिल्मी करियर पर गर्व, अब मैं बुजुर्ग व्यक्ति का किरदार भी निभा सकता हूं तुषार कपूर
अभिनेता और निर्माता तुषार कपूर को हिंदी सिनेमा में 23 साल हो गए हैं। उनका कहना है कि उन्हें अब तक की अपनी फिल्मी यात्रा पर गर्व है। कहते हैं कि उन्होंने फिल्म जगत के उतार-चढ़ाव का आनंद लिया है।
मुंबई, 10 अगस्त (आईएएनएस)। अभिनेता और निर्माता तुषार कपूर को हिंदी सिनेमा में 23 साल हो गए हैं। उनका कहना है कि उन्हें अब तक की अपनी फिल्मी यात्रा पर गर्व है। कहते हैं कि उन्होंने फिल्म जगत के उतार-चढ़ाव का आनंद लिया है।
तुषार कपूर ने साल 2001 में करीना कपूर खान के साथ 'मुझे कुछ कहना है' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। आईएएनएस से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि “मुझे अपने आप पर बहुत गर्व महसूस होता है क्योंकि यह एक आसान इंडस्ट्री नहीं है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां खेल अप्रत्याशित हैं। हमेशा अनिश्चितता बनी रहती है।"
उन्होंने कहा कि वो खुशी और उत्साह के साथ अपनी शूटिंग पर जाना चाहते हैं, अपने शो, फिल्मों का प्रचार करना चाहते हैं और अपनी मीटिंग करना चाहते हैं। अभिनेता ने कहा कि ''मुझे लगता है कि इससे पता चलता है कि मैंने अपने काम का आनंद लिया है।''
तुषार कपूर ने 'क्या कूल हैं हम', 'गोलमाल' फ्रैंचाइजी, 'शूटआउट एट लोखंडवाला,' 'द डर्टी पिक्चर' और 'क्या दिल ने कहा,' 'ये दिल' 'गायब,' 'क्या लव स्टोरी है', और 'सी कंपनी' जैसी फिल्मों में अभिनय किया है।
मशहूर अभिनेता जितेंद्र के बेटे और 'टीवी क्वीन' एकता कपूर के भाई तुषार कपूर ने कहा कि “मैं इन चुनौतियों का आनंद लेता हूं, मैं फिल्म उद्योग के उतार-चढ़ाव का आनंद लेता हूं। इसलिए, फिल्म उद्योग में 23 साल गुजारने पर मुझे खुद पर बहुत गर्व है।
इतने लंबे समय तक इंडस्ट्री का हिस्सा रहने से तुषार को ऐसा महसूस होता है कि वह 'वरिष्ठ पीढ़ी' से हैं। उन्होंने कहा “मुझे लगता है कि आज बहुत सारे नए लोगों ने इंडस्ट्री में प्रवेश किया है। दो और पीढ़ियां आ गई हैं। इसलिए मैं पुरानी पीढ़ी से लेकर एक युवा व्यक्ति का किरदार निभा सकता हूं। मैं एक पिता का किरदार भी निभा सकता हूं। मैं अब उस उम्र में हूं जो दोनों पीढ़ी का किरदार अदा कर सकता है।''
47 वर्षीय तुषार कपूर ने कहा कि वह निश्चित रूप से एक अभिनेता के रूप में थोड़ा वरिष्ठ और थोड़ा अधिक अनुभवी महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मैं अब एक नवागंतुक की तरह महसूस नहीं करता हूं। 20 के दशक की शुरुआती भीड़ मेरे अभिनय शुरू करने के बाद पैदा हुई थी। तो, यह वास्तव में आपको बूढ़ा महसूस कराता है। यह केवल एक संख्या है। यह सब सिर्फ दिमाग में होता है।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|