राजनीति: कांग्रेस और उनके साथियों को संविधान पर बोलने का कोई अधिकार नहीं चिराग पासवान
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस और उनके साथियों को संविधान पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है ।
पटना, 26 नवंबर (आईएएनएस)। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस और उनके साथियों को संविधान पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है ।
उन्होंने कहा कि इसका कारण भी है। यह वही कांग्रेस है, जिन्होंने 1975 में आपातकाल लगाकर संविधान की हत्या करने का काम किया । उन्होंने कहा कि देश में अगर समय के किसी कालखंड में लोकतंत्र के हत्या की गई, तो वह सन 75 में आपातकाल लगाकर कांग्रेस की सरकार के द्वारा की गई।
उन्होंने कहा," प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने का काम किया। पीएम मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ के तौर पर विकसित कर उनको सम्मान दिया। इसके बाद कांग्रेस और उनके घटक दलों को भीमराव अंबेडकर की याद आई।"
उन्होंने कहा कि 1989 से पहले तक बाबा साहेब की एक तस्वीर भी भारत के संसद में नहीं थी। जिस संविधान की प्रति को आज के दौर में कांग्रेस के नेता हाथ में लेकर घूमने का काम करते हैं, इस संविधान के निर्माता की एक तस्वीर तक संसद में नहीं थी, जबकि कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं की तस्वीर थी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक ही परिवार के तीन-तीन नेताओं की तस्वीर पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल में लगी हुई थी। यह वही कांग्रेस पार्टी है, जिन्होंने बाबा साहेब को हरवाने का काम किया। आज वही उनको संविधान के निर्माता के तौर पर याद आते हैं और वही संविधान याद आता है। इनको केवल झूठ बोलने का काम आता है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने झूठ बोला कि नरेंद्र मोदी अगर तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे तो संविधान की हत्या हो जाएगी, आरक्षण खत्म हो जाएगा, लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा। आज सरकार बने लगभग 6 महीने होने को है, बताइए किसका आरक्षण छीन लिया गया? कौन से लोकतंत्र की हत्या कर दी गई? सिर्फ झूठ बोलना कांग्रेस और उनके घटक दलों का काम है और यही कारण है कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में उनकी इतनी बड़ी हार होती है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा," हरियाणा जैसे राज्य में, जहां इनकाे एक तरफा समर्थन मिलना चाहिए था, वहां उनकी बड़ी हार होती है । अब धीरे-धीरे जनता इनके झूठ को समझ चुकी हैं। आज से पहले बताइए किसने संविधान दिवस मनाया था। जब तक नरेंद्र मोदी की केंद्र में सरकार नहीं आई थी, 26 नवंबर को कोई याद भी नहीं करता था। इन्होंने कभी इस दिवस का जिक्र भी नहीं किया । आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बार-बार संकल्प को दोहराया जाता है कि देश चलेगा तो संविधान के आधार पर, उनके इस अभियान के बाद कांग्रेस और राजद के नेता घबराते हैं। "
आरक्षण के दायरे को बढ़ाने की राजद नेता तेजस्वी यादव की मांग पर चिराग पासवान ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता है कि यह लोग जब सरकार में होते हैं तो यह सब इनके जेहन में क्यों नहीं होता है। जब विपक्ष में जाते हैं तब उनके संज्ञान में क्यों आने लगता है ?
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की विपक्ष की मांग पर चिराग पासवान ने कहा कि जब उनकी पार्टी की सरकार केंद्र में और बिहार में भी थी, तो क्यों नहीं दर्जा दिलवा दिया? कथनी और करनी में समानता होनी चाहिए, लेकिन विपक्ष के पास यही नहीं है।
झारखंड में पार्टी के एक विधायक के चुने जाने पर पासवान ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में भी हमारी पार्टी का विस्तार हो रहा है। नागालैंड के बाद अब झारखंड में भी हमारा विधायक है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता रामविलास पासवान का सपना पूरा हो रहा है।
--आईएएनएस
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