इंडिगो की उड़ान में देरी पर तृणमूल सांसद साकेत गोखले ने डीजीसीए को लिखा पत्र, सात दिन में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी
नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने शुक्रवार को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को इंडिगो के एक पायलट के देरी से आने के संबंध में पत्र लिखा, जिससे दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन में बाधा उत्पन्न हुई। उन्होंने दावा किया है कि यह कोई "अकेली घटना" नहीं है।
नई दिल्ली, 5 जनवरी (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने शुक्रवार को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को इंडिगो के एक पायलट के देरी से आने के संबंध में पत्र लिखा, जिससे दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन में बाधा उत्पन्न हुई। उन्होंने दावा किया है कि यह कोई "अकेली घटना" नहीं है।
डीजीसीए के महानिदेशक विक्रम देव दत्त को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि तृणमूल सांसद व्यक्तिगत रूप से गुरुवार मुबह 5:55 बजे प्रस्थान करने वाली इंडिगो की उड़ान 6ई 2001 से दिल्ली से अहमदाबाद जा रहे थे।
पत्र में कहा गया है, "विमान में चढ़ने के बाद, सभी यात्रियों को अचानक इंडिगो से एक ई-मेल और एसएमएस सूचना मिली, जिसमें कहा गया था कि उड़ान में देरी हो रही है और अब यह सुबह 6:25 बजे प्रस्थान करेगी।"
केबिन क्रू से पूछताछ करने पर, गोखले को सूचित किया गया कि विमान में ड्यूटी के लिए पायलटों में से एक के अब तक नहीं आने से उड़ान में देरी हुई है।
पत्र में कहा गया, "यह सच है क्योंकि पायलटों में से एक अंततः 6:10 बजे विमान के पास पहुंचा।"
गोखले ने कहा, "दुर्भाग्य से, यह कोई अकेली घटना नहीं है। 'एक्स' सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक नज़र डालने से यात्रियों द्वारा सैकड़ों शिकायतें दिखाई देती हैं कि उनकी इंडिगो उड़ानों में देरी हो रही है क्योंकि कॉकपिट क्रू समय पर उपलब्ध नहीं था। कई सांसदों द्वारा अपने सोशल मीडिया पर भी इसे उजागर किया गया है। इसके बावजूद, इंडिगो की ओर से कोई बयान नहीं आया है।''
सांसद ने दावा किया कि इंडिगो एयरलाइंस की वजह से हुई इस देरी के कारण उनकी अहमदाबाद से कनेक्टिंग फ्लाइट लगभग छूट गई।
गोखले ने लिखा, "इस डी.ओ. के माध्यम से, आपसे अनुरोध है कि फ्लाइट क्रू की अनुपलब्धता के कारण उड़ान में देरी के इस मुद्दे के संबंध में इंडिगो एयरलाइन को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करें और इसे हल करने के लिए जल्द से जल्द उचित कार्रवाई शुरू करें।"
पत्र में कहा गया है, "उपरोक्त के आलोक में और इस डी.ओ. के माध्यम से, आपसे अनुरोध है कि इस संचार की प्राप्ति से सात दिनों से भीतर इस मामले में की गई कार्रवाई के विवरण के बारे में अधोहस्ताक्षरी सांसद को अवगत कराएं क्योंकि यह जनहित का एक जरूरी मामला है।''
हालाँकि, इंडिगो ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
--आईएएनएस
एकेजे
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