रक्षा: आसियान रक्षा उद्योग व हवाई क्षेत्र में सहयोग करेंगे भारत व जापान

वियनतियाने, लाओ पीडीआर में आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक शुक्रवार को संपन्न हो गई। यहां जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत का पक्ष रखा, वहीं चीन और अमेरिका समेत विभिन्न राष्ट्रों के रक्षा मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकात भी की। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के अंतिम दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह ने जापान और फिलिपींस के रक्षा मंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात की।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-22 09:18 GMT

नई दिल्ली, 22 नवंबर (आईएएनएस)। वियनतियाने, लाओ पीडीआर में आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक शुक्रवार को संपन्न हो गई। यहां जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत का पक्ष रखा, वहीं चीन और अमेरिका समेत विभिन्न राष्ट्रों के रक्षा मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकात भी की। आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के अंतिम दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह ने जापान और फिलिपींस के रक्षा मंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात की।

वियनतियाने, लाओ पीडीआर की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन शुक्रवार को राजनाथ सिंह ने अपने जापानी समकक्ष जनरल नकातानी और फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा सचिव (रक्षा मंत्री) गिल्बर्टो टेओडोरो से मुलाकात की। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारत एवं जापान के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात में दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योग और प्रौद्योगिकी सहयोग के महत्व को दोहराया। पिछले सप्ताह जापान में यूनिकॉर्न मास्ट के कार्यान्वयन के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। उस ऐतिहासिक मौके को याद करते हुए, दोनों पक्ष रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए है।

इसके अलावा भारतीय और जापानी सेनाओं के बीच अंतर-संचालन को और बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। दोनों देशों के बीच आपूर्ति और सेवा समझौते के पारस्परिक प्रावधान और विभिन्न द्विपक्षीय व बहुपक्षीय अभ्यासों में सेनाओं की भागीदारी पर इस बैठक में चर्चा हुई। भारत एवं जापान के रक्षा मंत्रियों ने हवाई क्षेत्र में सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाने पर भी सहमति दी।

वहीं फिलीपींस के रक्षा मंत्री के साथ बैठक में रक्षा मंत्री ने अगले चक्र के लिए आसियान और आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम) - प्लस पर चर्चा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस फोरम में भारत के लिए समन्वयक देश के रूप में फिलीपींस का स्वागत किया। दोनों पक्ष विशेषज्ञों, रक्षा उद्योग, आतंकवाद-निरोध, अंतरिक्ष और समुद्री क्षेत्र के आदान-प्रदान में सहयोग करने पर सहमत हुए। इसके साथ ही रक्षा मंत्रियों की मुलाकात में यह भी तय किया गया कि इस प्रकार के सहयोग को और अधिक विस्तारित एवं गहन किया जाएगा।

रक्षा मंत्रियों की इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद नई दिल्ली रवाना होने से पहले, रक्षा मंत्री ने वियनतियाने में सिसाकेट मंदिर (एक बौद्ध मंदिर) का भी दौरा किया। यहां उन्होंने सिसाकेट मंदिर के मठाधीश महावेथ चित्तकारो से आशीर्वाद लिया। वियनतियाने में अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान, राजनाथ सिंह ने 11वें एडीएमएम-प्लस में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने यहां मलेशिया, लाओ पीडीआर, चीन, अमेरिका, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फिलीपींस के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक की।

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