राजनीति: झारखंड में 'हेमंत सोरेन घुसपैठियों के सरदार' हैं हिमंत बिस्वा सरमा

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को दुमका, शिकारीपाड़ा, जामा और जरमुंडी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन के बाद चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला बोला।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-28 15:18 GMT

दुमका, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को दुमका, शिकारीपाड़ा, जामा और जरमुंडी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन के बाद चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला बोला।

उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासियों के नेता नहीं हैं, वे झारखंड में घुसपैठियों के सरदार बन चुके हैं। घुसपैठ की वजह से पूरे संथाल परगना की पहचान खतरे में पड़ गई है। यह चुनाव झारखंड को घुसपैठियों से मुक्त कराने का है। 20 साल पहले असम में घुसपैठ की शुरुआत हुई थी, तब हमारे लोगों ने आवाज नहीं उठाई थी। आज असम में जो घुसपैठ करने की कोशिश करता है, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाता है। लेकिन, आज झारखंड में घुसपैठिए आते हैं और आदिवासी बेटियों को फंसाकर शादी कर लेते हैं। इन घुसपैठियों की पहले से दो-दो पत्नियां होती है और तीसरी पत्नी आदिवासी बेटी को जाल में फंसाकर बनाते हैं। फिर खुद को आदिवासी बेटी का पति बताकर पंचायतों के मुखिया बन जाते हैं। इस पर हेमंत सोरेन कुछ नहीं करते हैं, क्योंकि उन्हें वोट का लालच है। हेमंत सोरेन वोटबैंक के कारण घुसपैठिए पर कुछ नहीं बोलते हैं।

असम के सीएम ने कहा कि झारखंड में जब भाजपा की सरकार बनेगी, हमलोग कानून के रास्ते से घुसपैठियों को लात मारकर बाहर निकालेंगे। यह चुनाव संथाल परगना को घुसपैठिए से मुक्त दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। यह लड़ाई तब तक लड़ते रहेंगे, जब तक एक-एक घुसपैठिए को भी संथाल से बाहर न कर दें।

हेमंत सरकार पर अपने वादों को भूलने का आरोप लगाते हुए असम के सीएम ने कहा कि उन्होंने सरकार बनने पर पांच लाख नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन किसी को मिला क्या? देश में झारखंड एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जहां 20-25 बार एक ही परीक्षा करवाई जाती है, फिर भी परीक्षा का पेपर लीक हो जाता है। लाखों-लाख रुपए उठाकर जेएसएससी सीजीएल परीक्षा का पेपर लीक करवाया गया। झारखंड में भाजपा सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में सीजीएल परीक्षा कैंसिल करेंगे और दो माह के अंदर निष्पक्ष परीक्षा करवाई जाएगी।

झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना को छलावा बताते हुए उन्होंने कहा कि आपके माता-पिता का पेंशन बंद कर चुनाव के समय यह योजना लाई गई। अगर हेमंत सोरेन का मन साफ होता तो पांच साल तक 1,000 रुपए देते। यह सबको पता है कि चुनाव के बाद हेमंत सोरेन सरकार मंईयां योजना बंद कर देगी।

उन्होंने असम सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भाजपा ने शपथ के साथ ही महिलाओं के बैंक खाते में 1,200 रुपए भेजना शुरू कर दिया। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनते ही पहले दिन से महिलाओं के बैंक खाते में पैसा भेजने का काम किया।

झारखंड सरकार में कांग्रेस के मंत्रियों के चरित्र पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में आलमगीर आलम यदि माल लूटें, तो हेमंत सोरेन को कोई आपत्ति नहीं है। अगर इरफान अंसारी और आलमगीर आलम अभद्र भाषा का प्रयोग करें, तो भी हेमंत सोरेन चुप रहते हैं। लेकिन, जब मैं कुछ बोलूं, तो मेरे खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की जाती है।

जनसभाओं के पहले शिकारीपाड़ा से परितोष सोरेन, दुमका से सुनील सोरेन, जामा से सुरेश मुर्मू और जरमुंडी से देवनंदन कुंवर ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन के पर्चे दाखिल किए।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Similar News