राष्ट्रीय: रामनवमी पर हनुमानगढ़ी के दर्शन अवधि में भी हुआ बदलाव, जानिए कैसे होंगे बजरंगबली के दर्शन
रामनवमी पर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की संभावना को देखते हुए हनुमानगढ़ी की दर्शन अवधि में भी बदलाव किया गया है। यह बदलाव 15 से 18 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान हनुमानगढ़ी में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को लगभग 5 घंटे का अतिरिक्त समय ही मिलेगा, ताकि वे सुगमता से दर्शन कर सकें और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
अयोध्या, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। रामनवमी पर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की संभावना को देखते हुए हनुमानगढ़ी की दर्शन अवधि में भी बदलाव किया गया है। यह बदलाव 15 से 18 अप्रैल तक रहेगा। इस दौरान हनुमानगढ़ी में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को लगभग 5 घंटे का अतिरिक्त समय ही मिलेगा, ताकि वे सुगमता से दर्शन कर सकें और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
हनुमानगढ़ी में दर्शन की नई समयावधि क्या है और कितने समय अब आप संकट मोचन के दर्शन कर सकेंगे :
हनुमानगढ़ी में दर्शन की जो नई समय सारणी जारी की गई है, उसमें सबसे बड़ा बदलाव रामनवमी के दिन यानी 17 अप्रैल को किया गया है। इस दिन दर्शन अवधि में सबसे अधिक समय दिया गया है और दर्शन अवधि में यह बढ़ोत्तरी राम जन्म के मौके पर आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए किया गया है। 15, 16 और 18 अप्रैल को दर्शन अवधि एक समान है। तड़के 3 से 4 बजे तक हनुमान जी की पूजा-अर्चना और श्रृंगार आरती होगी। 4 बजे के बाद दर्शनार्थियों को दर्शन के लिए प्रवेश की अनुमति होगी। दोपहर 12 बजे से 12.20 तक हनुमान जी की पूजा और आरती के लिए दर्शन रोका जाएगा।
इसी तरह शाम 3 बजे से 3.20 तक और रात 10 बजे से 10.30 बजे तक हनुमान जी की पूजा औरआरती के लिए दर्शन बंद होगा। जबकि 11.30 बजे शयन आरती के बाद हनुमान जी को रात्रि विश्राम कराया जाएगा और मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। रामनवमी के दिन 17 अप्रैल को दर्शन अवधि इस प्रकार होगी - तड़के 2:30 से 3:30 तक हनुमान जी की पूजा-अर्चना और श्रृंगार आरती होगी। 3.30 बजे से दर्शन शुरू हो जाएंगे। बीच में 11.45 से 12.20 तक और शाम 3 बजे से 3:20 तक और रात 10 से 10:30 बजे तक पूजा और आरती के लिए मंदिर बंद रहेगा। हनुमान जी की शयन आरती के बाद 11.30 पर मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे।
हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन प्रतिनिधि महेश दास ने कहा, दर्शन अवधि में 4 से 5 घंटे का अंतर हो रहा है। हम 5 घंटे पब्लिक के लिए और दे रहे हैं, क्योंकि भक्त तो भगवान के अधीन होता है। इस समय सारी पब्लिक जब आएगी, उसी तरह से तो भगवान से हम लोगों ने निवेदन किया है कि थोड़ा आप जल्दी जागेंगे, जल्दी भोग करेंगे, आपकी जल्दी आरती होगी। इस तरीके से मूलभूत सुविधाएं यहां दर्शनार्थियों के लिए हैं।
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