स्वास्थ्य/चिकित्सा: इलनेस टू वेलनेस, योलोहेल्थ ने गुरुद्वारा बंगला साहिब में निवारक स्वास्थ्य देखभाल समाधानों के बारे में फैलाई जागरूकता

जीवनशैली से प्रेरित बीमारियां बढ़ रही हैं। इसके अलावा, कई बीमारियां काफी कम उम्र में हो रही हैं, जिनके बारे में हाल तक माना जाता था कि वे केवल 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होती हैं। इससे गंभीर जटिलताएं पैदा हो रही हैं। इस बात को पुख्‍ता करने की जरूरत है कि नियमित जांच से कई बीमारियों को रोका या नियंत्रित किया जा सकता है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-01 14:20 GMT

नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। जीवनशैली से प्रेरित बीमारियां बढ़ रही हैं। इसके अलावा, कई बीमारियां काफी कम उम्र में हो रही हैं, जिनके बारे में हाल तक माना जाता था कि वे केवल 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होती हैं। इससे गंभीर जटिलताएं पैदा हो रही हैं। इस बात को पुख्‍ता करने की जरूरत है कि नियमित जांच से कई बीमारियों को रोका या नियंत्रित किया जा सकता है।

समय पर और किफायती जांच के समग्र लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इलनेस टू वेलनेस और योलोहेल्थ ने 29 और 30 मार्च को गुरुद्वारा बंगला साहिब में दो दिवसीय शिविर आयोजित किया, जिसमें 32 रक्त जांच मापदंडों पर 150 से अधिक लोगों की जांच की गई। 'इलनेस टू वेलनेस' अभियान एक राष्ट्रीय जागरूकता कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देना है। शुरुआती अवस्था में संभावित स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाने के महत्व के प्रति नागरिकों को संवेदनशील बनाने के लिए स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकी कंपनी योलोहेल्थ के साथ समझौता किया गया है।

स्वास्थ्य शिविर में श्रद्धालुओं ने नवीनतम नैदानिक सुविधाओं का लाभ उठाया और उन्हें संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति जागरूक किया गया। इस पहल के जरिए समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों तक पहुंचने का शिविर का उद्देश्य पूरा हुआ।

इस पहल पर एसोचैम नेशनल सीएसआर काउंसिल के अध्यक्ष अनिल राजपूत ने कहा, “हमने समय पर और किफायती स्वास्थ्य जांच की महत्वपूर्ण जरूरत के प्रति जागरूकता पैदा करने के मिशन की शुरुआत की है। इलनेस टू वेलनेस और योलोहेल्थ के बीच इस पहल का पहला कार्यक्रम 28 मार्च को जनपथ भवन, नई दिल्ली में हुआ, जहां 32 आवश्यक मापदंडों पर 155 जांच की गईं। बंगला साहिब गुरुद्वारे में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम को भी बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और मुझे विश्‍वास है कि इलनेस टू वेलनेस और योलोहेल्थ आने वाले समय में हम लोगों के लाभ के लिए कई और शिविर आयोजित करेंगे और हमारे प्रधानमंत्री के 'स्वस्थ भारत' के सपने का साकार करने के लिए प्रभावी तरीके से योगदान देंगे।”

शिविर में योलोहेल्थ ने अपने ट्रेडमार्क उत्पाद हेल्थएटीएम का उपयोग यह दिखाने के लिए किया कि सटीक स्वास्थ्य मूल्यांकन रिपोर्ट देने की तकनीक कैसे विकसित हुई है। इन हेल्थएटीएम मशीनों को आसान सार्वजनिक पहुंच सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ प्राथमिक और निवारक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह यूएस एफडीए/ईयू प्रमाणित आईओटी-सक्षम चिकित्सा उपकरणों का एक एकत्रीकरण है, जो योलोहेल्थ के स्वामित्व वाले एचआईपीपीए-अनुपालक सॉफ्टवेयर बैकएंड और टेलीमेडिसिन सुविधा का समर्थन करने वाले क्लाउड-केंद्रित प्लेटफॉर्म के साथ संबद्ध है। इस अग्रणी प्रयास ने व्यक्तियों को अपने स्वास्थ्य का जायजा लेने और अच्छी तरह से सूचित स्वास्थ्य निर्णय लेने में सक्षम बनाया।

'इलनेस टू वेलनेस' अभियान 2014 में शुरू किया गया था और यह सशक्तीकरण, शिक्षा, सहयोग और स्थायी स्वास्थ्य प्रथाओं को अपनाने के जरिए स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्षों से इसका मकसद जागरूकता बढ़ाने, उपचार और प्रेरणा प्रदान करने के स्पष्ट उद्देश्य के साथ शिविरों और जागरूकता अभियानों के आयोजन से लेकर प्रमुख स्वास्थ्य विषयों और विकासों पर नियमित वेबिनार आयोजित करने तक पहुंच और प्रभाव को बढ़ाना है।

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