हरियाणा चुनाव : सभी की नजरें वीआईपी सीटों पर

हरियाणा चुनाव : सभी की नजरें वीआईपी सीटों पर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-09 11:30 GMT
हरियाणा चुनाव : सभी की नजरें वीआईपी सीटों पर

नई दिल्ली, 9 अक्टूबर, (आईएएनएस)। हरियाणा में सभी सीटों पर प्रत्याशियों की स्थिति साफ होने के बाद से यूं तो चुनावी सरगर्मी बढ़ चुकी है, मगर सूबे का सियासी पारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 14 अक्टूबर से शुरू होने वाली ताबड़तोड़ रैलियों से चढ़ेगा, ऐसा समझा जाता है।

बहरहाल, राजनीतिक विश्लेषकों के साथ ही आम जनता की नजरें उन वीआईपी सीटों पर हैं, जहां से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के दिग्गज ताल ठोक रहे हैं। हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को मतगणना के बाद नतीजे आएंगे।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से जुड़ी होने के कारण करनाल वीवीआईपी सीट है। कांग्रेस ने इस बार यहां से त्रिभुवन सिंह को खड़ा किया है। पिछले चुनाव में यहां इनेलो तीसरे और कांग्रेस चौथे स्थान पर थी। जबकि दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी को खट्टर ने 63 हजार से अधिक मतों से हराया था।

ऐसी ही एक और सीट है गढ़ी-सांपला-किलोई। यहां से एक बार फिर दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस की ओर से लड़ रहे हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ सतीश नांदल को खड़ा किया है। सतीश नांदल पहले इनेलो में थे और 2009 में वह इसी सीट से हुड्डा के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।

इसके साथ ही एलनाबाद सीट पर भी सभी की निगाहें टिकी हैं। वजह यह कि पार्टी के दो खंड होने के बाद अब इनेलो नेता अभय चौटाला के सामने जीत दर्ज कर राजनीतिक वर्चस्व कायम रखने की चुनौती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला की कैथल सीट पर भी सभी की नजरें हैं।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में राजनीतिक हस्तियों के अलावा मैदान में उतरे सेलिब्रिटी वर्ग को लेकर भी लोगों में उत्सुकता है। भाजपा ने इस चुनाव में कई सितारों को चुनाव मैदान में उतारा है। अंतर्राष्ट्रीय पहलवान बबीता फोगाट दादरी से चुनाव लड़ रही हैं, वहीं ओलंपियन योगेश्वर दत्त सोनीपत की बरौदा सीट से मैदान में हैं। भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह भी पिहोवा से चुनाव लड़ रहे हैं। आदमपुर से भाजपा ने एक्ट्रेस और टिक-टॉक स्टार सोनाली फोगाट को चुनाव मैदान में उतारा है। इन सीटों पर भी सभी की निगाहें टिकी हैं।

चुनाव में मंत्रियों के सामने भी बड़ी चुनौती है। खट्टर सरकार के दो मंत्रियों को छोड़ अन्य सभी चुनावी मैदान में हैं। उद्योग मंत्री विपुल गोयल को फरीदाबाद और लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह को बादशाहपुर सीट से पार्टी ने इस बार चुनाव नहीं लड़ाया है। जबकि अन्य सभी मंत्री फिर से ताल ठोक रहे हैं। इन मंत्रियों के सामने और बड़ी जीत दर्ज कर पार्टी में अपना कद बढ़ाने की चुनौती है। अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अंबाला कैंट से लड़ रहे हैं। सोनीपत से कविता जैन मैदान में हैं, जबकि शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा महेंद्रगढ़ से ताल ठोक रहे हैं।

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