एटीएस का बड़ा खुलासा!: योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाली महिला हिरासत में, 10 दिन के अंदर-अंदर सीएम पद छोड़ने की दी थी धमकी
- योगी को धमकी देने वाली महिला का चला पता
- एटीएस टीम पहुंची महिला के घर
- फातिमा खान को लिया हिरासत में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर जान से मारने की धमकी देने के पीछे कौन था इसका खुलासा हो गया है। एप्लीकेंट ट्रैकिंग सिस्टम (ATS) की जांच में पता चला कि धमकी एक महिला ने दी थी जो कि ठाणे के उल्हासनगर की निवासी है। महिला आरोपी का नाम फातिमा खान बताया जा रहा है और वह अपने परिवार के साथ रहती है।
एप्लीकेंट ट्रैकिंग सिस्टम (एटीएस) ने उस नंबर को ट्रेस किया जिस नंबर से धमकी भरा मैसेज आया था। लोकेशन मिलते ही एटीएस की टीम एक महिला के घर पहुंच गई जिसकी पहचान फातिमा के रूप में बताई जा रही है। इसके बाद फातिमा खान को पुलिस स्टेशन पूछताछ के लिए ले जाया गया। जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला को हिरासत में लिया गया है। फातिमा का मेंटल चेकअप होना है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, शनिवार (2 नवंबर) शाम महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस को एक धमकी भरा मैसेज आया था जिसमें कहा गया कि अगर योगी आदित्यनाथ दस दिनों के अंदर-अंदर सीएम पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें जाने से मार दिया जाएगा। मैसेज में अजित पवार की एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी के नाम का भी जिक्र किया। मैसेज भेजने वाले ने कहा कि यूपी सीएम ने इस्तीफा नहीं दिया तो उनका हाल भी बाबा सिद्दीकी की तरह ही होगा। मुंबई पुलिस के ट्रैफिक कंट्रोल सेल को धमकी मिलने के बाद पुलिस एक्टिव मोड में आ गई। मुंबई और यूपी पुलिस आरोपी का पता लगाने में जुट गई थी।
इसी साल कई बार मिली थी धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब सीएम योगी को जान से मारने की धमकी मिली है। इस साल योगी को मैसेज, फेसबुक पोस्ट और ट्विटर के जरिए धमकी मिल चुकी है। अप्रैल में एक शख्स ने डायल 112 पर मैसेज कर जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद उसे अरेस्ट कर लिया गया था। साथ ही, जिन लोगों ने फेसबुक और ट्विटर पर धमकी भरा पोस्ट शेयर किया था उन्हें भी बिहार और मुंबई से अरेस्ट किया था।
बाबा सिद्दीकी पर की थी फायरिंग
मालूम हो कि, अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी। वह अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर आए हुए थे। बाबा सिद्दीकी पाटाखे फोड़ रहे थे तब वहां तीन हमलावर आए और उनपर गोलियां बर्सानी शुरू कर दी जिससे उनकी मौत हो गई। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी।