गणतंत्र दिवस 2024: गणतंत्र दिवस पर अब तक कौन कौन रहे मुख्य अतिथि, कैसे होता है चीफ गेस्ट का चुनाव, अब तक कितने देशों को मिला निमंत्रण?

  • इस साल देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है
  • इस साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं चीफ गेस्ट
  • यहां जानिए कैसे होता है चीफ गेस्ट का चुनाव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-25 14:04 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया है। इसी तरह हर गणतंत्र दिवस पर किसी खास व्यक्ति को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया जाता रहा है। इस की शुरूआत पहले गणतंत्र दिवस से ही हो गई थी। पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के मुख्य अतिथि बनकर आए थे। तब से किसी न किसी देश के राष्ट्रपति का मुख्य अतिथि बनकर गणतंत्र दिवस में भारत आने का सिलसिला लगातार चल रहा है।

इस साल का गणतंत्र दिवस भारत के लिए काफी खास होने वाला है क्योंकि हमारा देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। तैयारियों के लिहाज से भी नजर डालें तो इस साल गणतंत्र दिवस पर काफी कुछ नया होने जा रहा है। इस बार परेड में पहली बार महिलाओं की तीनों सैन्य टुकड़ियों को भी शामिल किया गया है।

आपको बता दें कि समारोह का मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित होगा, जहां सुबह 10:30 बजे परेड शुरू होगी और भारत के राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराएंगे। जानकारी के अनुसार परेड में फ्रांस का 95 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता भी शामिल होगा। आइए जानते हैं कि अब तक कितने लोग गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आए हैं और इनका चयन कैसे होता है।

कौन कौन रहे मुख्य अतिथि?

भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंडोनिशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आए थे। उस समय भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनका भव्य स्वागत किया था। पहला गणतंत्र दिवस कर्तव्य पथ में नहीं इरविन स्टेडियम में मनाया गया था। पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इरविन स्टेडियम में देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू के अलावा तत्कालीन गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी भी थे।

इतने देशों के मुख्य अतिथि आ चुके हैं

वर्ष मुख्य अतिथि

साल 2024 राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, फ्रांस

साल 2023 राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल सीसी, मिस्र

साल 2020 राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, ब्राजील

साल 2019 राष्ट्रपति सिरिल रामाफूसा, दक्षिण अफ्रीका

साल 2018 सभी दस आसियान देशों के प्रमुख

साल 2017 क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, अबु धाबी

साल 2016 राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, फ्रांस

साल 2016 राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन, श्रीलंका

साल 2015 राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेरिका

साल 2013 राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक भूटान

साल 2012 प्रधानमंत्री यिंगलक चिनावाट, थाईलैंड

साल 2011 राष्ट्रपति सुसीलो बाम्बांग युद्धोयोनो, इंडोनेशिया

साल 2010 राष्ट्रपति ली म्यूंग बक, कोरिया गणराज्य

साल 2009 राष्ट्रपति नूर्सुल्तान नाजर्बायव, कजाकिस्तान

साल 2008 राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी, फ्रांस

साल 2007 राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रुस

साल 2006 राजा शाह अब्दुल्ला, सउदी अरब

साल 2005 राजा जिग्मे सिंगये वांगचुक, भूटान

साल 2004 राष्ट्रपति लुइज इंसियो लूला दा सिल्वा, ब्राजील

साल 2003 राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी, ईरान

साल 2002 राष्ट्रपति कसम उतेम, मॉरीशस

साल 2001 राष्ट्रपति अब्देलाजिज बुटेफ्लिका, अलजीरीया

साल 2000 राष्ट्रपति ऑल्यूसगुन ओबसांजो, नाइजीरिया

साल 1999 राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव, नेपाल

साल 1998 राष्ट्रपति ज्याक शिराक, फ्रांस

साल 1997 प्रधानमंत्री बसदेव पाण्डे, त्रिनीनाद और टोबैगो

साल 1996 राष्ट्रपति लुइज इंसियो लूला दा सिल्वा, ब्राजील

साल 1995 राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, दक्षिण अफ्रिका

साल 1994 प्रधानमंत्री गोह चोक टोंग, सिंगापुर

साल 1993 प्रधानमंत्री जॉन मेजर, यूके

साल 1992 राष्ट्रपति मेरियो सोरेस, पुर्तगाल

साल 1991 राष्ट्रपति मॉमून अब्दुल गय्यूम, मालदीव

साल 1990 प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ, मॉरीशस

साल 1989 नगुय वं लनं, वियतनाम

साल 1988 राष्ट्रपति जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने, श्रीलंका

साल 1987 राष्ट्रपति एलन गार्सिया, पेरु

साल 1987 राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे, जिम्बाब्वे

साल 1986 प्रधानमंत्री एंड्रियास पपनड्रीयु, ग्रीस

साल1985 राष्ट्रपति राउल अल्फोंसिन, अर्जेन्टीना

साल 1984 राजा जिग्मे सिंगये वांगचुक, भूटान

साल 1984 इंडोनेशियाई सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रुदिनी, इंडोनेशिया

साल 1983 राष्ट्रपति सेहु शगारी, नाइजीरिया

साल 1982 राजा जॉन कार्लोस प्रथम, स्पेन

साल 1981 राष्ट्रपति जोस लोपेज़ पोर्टिलो, मेक्सिको

साल 1980 राष्ट्रपति वैलेरी गिसकर्ड डी, फ्रांस

साल 1979 प्रधानमंत्री मैल्कम फ्रेजर, ऑस्ट्रेलिया

साल 1978 राष्ट्रपति पैट्रिक हिलरी, ऑयरलौंड

साल 1977 प्रथम सचिव एडवर्ड गिरेक, पौलैण्ड

साल 1976 प्रधानमंत्री ज्याक शिराक, फ्रांस

साल 1975 राष्ट्रपति केनेथ कौंडा, जांबिया

साल 1974 राष्ट्रपति जोसिप ब्रौज टीटो, यूगोस्लाविया

साल 1974 प्रधानमंत्री सिरिमावो बन्दरानाइक, श्रीलंका

साल 1973 राष्ट्रपति कर्नल जॉसेफ़ मोबूतो, जैरे

साल 1972 प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम, मॉरीशस

साल 1971 राष्ट्रपति जुलियस नीयरेरे, तंजानिया

साल 1969 प्रधानमंत्री टॉड झिवकोव, बुल्गारिया

साल 1968 प्रधानमंत्री अलेक्सी कोसिजिन, सोवियत यूनियन

साल 1968 राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज टीटो, यूगोस्लाविया

साल 1965 खाद्य एवं कृषि मंत्री राना अब्दुल हामिद, पाकिस्तान

1963 राजा नोरोडोम सिहानोक, कंबोडिया

साल 1961 रानी एलिजाबेथ द्वितीय, यूके

साल1960 राष्ट्रपति क्लिमेंट वोरोशिलोव, सोवियत संघ

साल 1958 मार्शल ये जियानयिंग, चीन

साल 1955 गर्वनर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद, पाकिस्तान

साल 1954 राजा जिग्मे दोरजी वांगचुक, भूटान

साल 1950 राष्ट्रपति सुकर्णो, इंडोनेशिया

मुख्य अतिथि कैसे चुने जाते हैं?

गणतंत्र दिवस पर भारत का मुख्य अतिथि कौन होगा इसके लिए विदेश मंत्रालय सक्रिय तौर पर जिम्मेदार होता है। विदेश मंत्रालय मुख्य अतिथि के तौर पर जिस भी देश को आमंत्रण भेजता है, वह सबसे पहले उसमें यह देखता है कि उस देश के संबंध भारत के साथ कैसे हैं। अंतर्राष्ट्रीय संबंध और विदेशी कूटनीति जैसे तमाम बिंदुओं पर सोचने विचारने के बाद ही विदेश मंत्रालय मुख्य अतिथि का चुनाव करता है। इसकी प्रक्रिया करीब 6 माह तक चलती है।

मुख्य अतिथि का स्वागत कैसे होता है?

गणतंत्र दिवस के समारोह में चीफ गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया जाना किसी भी देश के लिए एक सर्वोच्च सम्मान होता है। मुख्य अतिथि कई औपचारिक गतिविधियों में सबसे आगे और केंद्र में होता है। गणतंत्र दिवस में भारत आए चीफ गेस्ट का भव्य स्वागत किया जाता है। शाम को राष्ट्रपति भवन में एक फंक्शन रखा जाता है जिसमें मुख्य अतिथि को गॉर्ड ऑफ ऑनर का सम्मान दिया जाता है। उनके सम्मान के लिए भारत के प्रधानमंत्री दोपहर के भोजन का भी आयोजन करते हैं। इसके बाद उनकी उपराष्ट्रपति और विदेश मंत्री से भी मुलाकात होती है।

क्या है इस साल की थीम और कैसा होगा आयोजन?

भारत के 75वें गणतंत्र दिवस की थीम ‘विकसित भारत’ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका’ रखी गई है। इस बार की रिपब्लित डे परेड महिला केंद्रित होगी। भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने जानकारी दी कि महिला मार्चिंग टुकड़ियां परेड का प्रमुख हिस्सा होंगी।

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