मौसम अलर्ट: मध्यप्रदेश में फिर बदला मौसम, सिवनी और बालाघाट में बारिश, ओले भी गिरे, मौसम विभाग ने किया अलर्ट
- मध्यप्रदेश में मौसम ने ली करवट
- कई जिलों में शनिवार की शाम हुई बारिश
- आगामी तीन दिनों में भीगेंगे कई जिले
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट लेने वाला है। शनिवार को प्रदेश के सिवनी और बालाघाट में तेज हवाओं के बारिश हुई। इस दौरान बालाघाट जिले के कुछ इलाकों में ओले भी गिरे। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिन तक प्रदेश के कई जिलों में ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इस दौरान शहडोल, रीवा और जबलपुर संभाग में तेज हवा के साथ बारिश और ओले गिर सकते हैं। वहीं भोपाल, इंदौर और ग्वालियर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
क्यों बदला मौसम?
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक वर्तमान में ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। जिसके चलते दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। वहीं दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से प्रदेश के पूर्वी भाग में भी नमी ला रही है। जिसके कारण प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश, ओले और तेज आंधी चल सकती है।
आने वाले तीन दिनों के मौसम की बात करें तो मौसम विभाग ने 17 मार्च को मंडला, डिंडोरी और छिंदवाड़ा जिले में ओले-बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही बैतूल, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया और अनूपपुर में भी बारिश के साथ ओले गिरने की भविष्यवाणी मौसम विभाग ने की है।
इसके अगले दिन 18 मार्च को मंडला, डिंडोरी और पांढुर्णा में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों के अलावा बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, जबलपुर, दमोह, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, उमरिया और शहडोल सोमवार को बारिश-ओले का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है।
तीसरे दिन जबलपुर, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, डिंडोरी, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया और बालाघाट में भी बारिश के साथ ओले गिरने का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।
मार्च के अंत से बढ़ेगी गर्मी
मौसम विभाग के मुताबिक, 20 मार्च से एक्टिव हो रहे वेस्टर्न डिस्टरबेंस से प्रदेश तेज हवाएं चलने के साथ कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसकी वापसी के बाद प्रदेश में फिर से गर्मी का असर बढ़ेगा। मार्च महीने के अंत में पड़ने वाली गर्मी के पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस साल भी महीने के आखिरी सप्ताह में प्रदेश के कई शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच सकता है।