बेलगाम रफ्तार: 75 दिन में वाहनों की स्पीड ने छीनी 91 जिंदगियां, ब्लैक स्पॉट सुधार भी बेअसर, हेलमेट पहने होते तो शायद बच जाती कई जान
- जिले में बढ़े सड़क हादसे
- 75 दिनों में 91 लोगों ने गंवाई जान
- 87 सड़क दुर्घटनाओं में 228 लोग बुरी तरह घायल
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। 1 जनवरी से 15 मार्च 2024 यानी 75 दिन में वाहनों की बेलगाम रफ्तार ने 91 लोगों का जीवन छीन ली है। भीषण सडक़ हादसों में कई परिवारों ने अपने घर के मुखिया और लोगों ने अपने करीबियों को खो दिया है। अधिकांश मामलों में सामने आया है कि वाहनों की स्पीड और चालक के नशे में होने की वजह से दुर्घटनाएं हुई है।
गौरतलब है कि बीते ढाई माह में जिलेभर में 87 भीषण दुर्घटनाएं हुई है। इनमें 91 मौतें और 228 लोगों को गंभीर चोट आई है। यातायात और पुलिस जांच में सामने आया है कि सडक़ हादसों में मृत अधिकांश बाइक सवार ऐसे थे जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना था। सिर की चोट की वजह से उनकी जान चली गई। दुर्घटना की दूसरी बड़ी वजह बेलगाम रफ्तार और नशा रही। यातायात पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि दुपहिया सवार हेलमेट पहनकर और कार सवार सील बेल्ट लगाकर ही गाड़ी चलाएं।
ब्लैक स्पाट में लगातार सुधार की जरुरत
यातायात विभाग द्वारा ब्लैक स्पाट चिन्हित कर संबंधित एजेंसियों से संपर्क कर सुधार कार्य करा रहा है। ब्लैक स्पाट में सडक़ सुधार, स्पीड ब्रेकर, संकेत आदि लगाने का कार्य प्राथमिकता से हो तो दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। हालांकि कुछ स्पाट पर सुधार कार्य किए गए है।
हेलमेट नहीं पहनते चालक
यातायात पुलिस सीट बेल्ट, हेलमेट न लगाने वालों पर चालानी कार्रवाई कर रही है। इसके बाद भी दुपहिया वाहन सवार हेलमेट नहीं लगा रहे है। लोग चालान भरने को तैयार है लेकिन हेलमेट नहीं पहन रहे। लापरवाही का खामियाजा वाहन चालकों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है।
सडक़ दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर एक नजर
1 जनवरी से 87 भीषण हादसे, 91 की मौत, 228 घायल
15 मार्च 2023 168 सामान्य हादसे
चिन्हित ब्लैक स्पाट
- हर्रई स्थित दुल्हादेव घाटी
- प्रिंस ढाबा के पास
- रामगढ़ी मोड़
- घाटपरासिया
- नागपुर रोड स्थित बोरगांव
- सिमरिया मंदिर के समीप
- सिल्लेवानी घाट
- मोहखेड़ तिराहा
क्या कहते हैं अधिकारी?
सडक़ दुर्घटनाओं की मुख्य वजह यातायात नियमों की अनदेखी और वाहनों की बेलगाम रफ्तार है। नियमों के प्रति लोगों को जागरुक करने लगातार अभियान चलाए जा रहे है। इसी के साथ ब्लैक स्पाट में लगातार सुधार किए जा रहे है।
- आरपी चौबे, डीएसपी, यातायात