छत्रपति शिवाजी प्रतिमा विवाद: मूर्तिकार जयदीप आप्टे गिरफ्तार, दस दिन से चल रहा था फरार, कल्याण पुलिस ने पकड़ा
- शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में पुलिस का बड़ा एक्शन
- प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार आप्टे को किया गिरफ्तार
- दस दिनों से चल रहा था फरार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के सिंधदुर्ग में 26 अगस्त को छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची मूर्ति गिरने से राज्य ही नहीं देश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। विपक्षी दल राज्य की शिंदे सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार जयदीप आप्टे को कल्याण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। जयदीप पर मूर्ति बनाने में सस्ता मटेरियल यूज करने का आरोप है।
नहीं था कोई अनुभव
जानकारी के मुताबिक जयदीप शिवाजी की प्रतिमा बनाने से पहले बड़ी मूर्ति बनाने का कोई अनुभव नहीं था। घटना के बाद से ही पुलिस को उसकी तलाश थी, जिसमें उसे बुधवार को कामयाबी मिली। सूत्रों के मुताबिक उसे अभी डीसीपी के ऑफिस में ही रखा गया है। स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को इस मामले में पुलिस पहले ही गिरफ्त में ले चुकी है।
बता दें कि मूर्ति के ढहने के बाद राज्य के विपक्षी दल खासकर कांग्रेस शिवसेना यूबीटी और एनसीपी शरद पवार गुट लगातार शिंदे सरकार पर हमलावर है। वहीं पीएम मोदी से लेकर सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की जनता से माफी मांग चुके हैं। दरअसल, महाराष्ट्र के लोग शिवाजी महाराज को भगवान के जैसे मानते हैं। ऐसे में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी को सत्ताधारी महायुति सरकार पर हमला करने का बड़ा मुद्दा मिल गया है।
आर्ट कंपनी का मालिक है आप्टे
जयदीप आप्टे महाराष्ट्र के कल्याण में एक आर्ट कंपनी चलाते हैं. उनके पास पहले से इतनी बड़ी मूर्ति बनाने का अनुभव नहीं था। आप्टे ने ही सिंधदुर्ग में शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची विशालकाय प्रतिमा बनाई थी। जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने पिछले साल दिसंबर में किया था।