पूर्वोत्तर पर बयान: मणिपुर हिंसा को लेकर आरएसएस प्रमुख ने उठाए सवाल, शांत इलाके में अचानक कैसे लगी आग? चुनाव से पहले शांति भंग करने की होगी कोशिश

  • मोहन भागवत का बड़ा सवाल
  • मणिपुर में इंटरनेट सेवा प्रतिबंध

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-24 06:12 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इस साल के मई महीने से पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा भड़की है जो बदस्तूर जारी है। राज्य में शांति स्थापित करने के लिए अतिरिक्त कमांडो की तैनाती की गई है और इंटरनेट सेवा अभी भी प्रतिबंध है। मणिपुर हिंसा पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस चीफ मोहन भागवत का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि मणिपुर जैसे शांत राज्य में ये हिंसा की आग किसने फैलाई?

भागवत ने ये बात नागपुर में दशहरे के मौक पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है। आरएसएस चीफ ने कहा, "मणिपुर शांत था, अचानक आपसी फूट की आग कैसे लग गई? मणिपुर हिंसा के पीछे सीमा पार के आतंकवादी थे? मैतेई और कुकी समाज को किसने एक-दूसरे के सामने खड़ा किया? सीमावर्ती क्षेत्र है, वहां झगड़े हों, इससे किसको फायदा है? मणिपुर में झगड़ा निर्माण करने वाले बाहरी ताकत हैं क्या?"

हिंसा भड़की नहीं भड़काई...

मोहन भागवत ने आगे कहा कि, मणिपुर में हिंसा भड़की नहीं भड़काई गई है। सुनियोजित तरीके से पूर्वोत्तर को अशांत करने की कोशिश की गई है। भागवत ने अमित शाह का जिक्र करते हुए कहा कि, गृह मंत्री, अन्य मंत्री वहां जाकर बैठे, शांति की प्रक्रिया चलते हुए हिंसा भड़काने वाले कौन थे? साथ ही मोहना भागवत ने आरएसएस कार्यकर्ताओं की सरहना करते हुए कहा कि, स्वयं को उकसाने वाली परिस्थिति पर काम करने वाले संघ के कार्यकरताओं को मैं दिल से सलाम करता हूं क्योंकि हम सबको एकता से आगे की ओर बढ़ना है। उन्होंने आगे कहा कि, मणिपुर में संघ के स्वंयसेवक काम कर रहे हैं, जिन पर गर्व है। वहां विश्वास टूट गया है, पुनः विश्वास निर्माण करने के लिए लंबे समय तक काम करना होगा।

चुनाव को लेकर मोहन भागवन ने क्या कहा?

आरएसएस चीफ ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि, कुछ लोग चाहते हैं कि चुनाव से पहले भारत अशांत हो जाए ताकि चुनाव में लाभ उठाया जा सके लेकिन देश की जनता को सावधान रहना चाहिए।

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