भारत-मालदीव विवाद: राष्ट्रपति मुइज्जू को मिली नसीहत, मालदीव के विपक्षी नेता कासिम इब्राहिम ने पीएम मोदी और भारत के लोगों से माफी मांगने की दी सलाह

  • मालदीव के विपक्षी नेता ने राष्ट्रपति मुइज्जू को दी नसीहत
  • पीएम मोदी और भारत के लोगों से माफी मांगने की दी सलाह
  • कासिर इब्राहिम ने कही ये बात

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-30 19:09 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद से ही भारत और मालदीव के बीच द्विपक्षीय रिश्ते बिगड़ रहे हैं। दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। वहीं, बीते दिनों मालदीव में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मालदीव में जम्हूरी पार्टी (जेपी) के नेता कासिम इब्राहिम ने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय लोगों से औपचारिक तौर पर माफी मांगने की बात कही है।

इसे लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में मालदीव के लोकल मीडिया हाउस 'वॉइस ऑफ मालदीव' ने देश में प्रधानमंत्री के मालदीव दौरे से जुड़े विवाद का जिक्र किया। जिसमें बताया गया था कि पीएम मोदी की द्वीपीय देश की यात्रा पर मालदीव सरकार के तीन नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। ऐसे में अब मालदीव और भारत के बीच बढ़ रहे तनाव को लेकर कासिम इब्राहिम का स्टेटमेंट सामने आया है।

कासिम इब्राहिम ने कही ये बात

इस पूरे विवाद पर मालदीव के विपक्षी नेता ने कहा, "किसी भी देश के बारे में खासतौर पर अपने पड़ोसी देश के बारे में ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। इससे अपने पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्तें प्रभावित होते हैं। हमें अपने देश के प्रति कर्तव्य के बारे में सोचना चाहिए और उस पर विचार भी करना चाहिए। मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू ने इस कर्तव्य का पालन करते हुए 'इंडिया आउट' अभियान पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। साथ ही, अपने द्वीपीय देश में इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "अब, यामीन सवाल कर रहे हैं कि इंडिया आउट अभियान में उनके साथ हिस्सा लेने वाले मुइज्जु ने राष्ट्रपति के निर्णय का विरोध क्यों नहीं किया है। इस फरमान को रद्द किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे अपने ही देश को हानि पहुंचेगी। मैं राष्ट्रपति से निवेदन करूंगा की उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा मैं राष्ट्रपति मुइज्जु से उनकी चीन यात्रा के बाद अपनी टिप्पणियों को लेकर भारत सरकार और पीएम मोदी से औपचारिक तौर पर मांफी मांगने की अपील करता हूं।"

जानिए भारत-मालदीव के बीच विवाद का कारण

बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौर किया था। जिसमें उन्होंने भारतीय लोगों से अपील की थी कि उन्हें विदेश में घूमने के बजाए अपने देश के इन स्थानों पर घूमने आना चाहिए। पीएम मोदी की इसी बात से मालदीव गुस्से से लाल हो गया था। जिसके बाद मालदीव सरकार के मंत्रियों ने भारत का विरोध करना शुरू कर दिया था। वहीं, मालीदव सरकार के मंत्रियों के इस रवैये को देखते हुए सोशल मीडिया पर भारतीय लोगों ने 'बायकॉट मालदीव' नाम से हैशटैग चलाना शुरू कर दिया था। इस विवाद के बाद से ही मालदीव जाने वाली कई फ्लाइटें और होटल बुकिंग की कैंसिलिंग की संख्या काफी प्रभावित हो गई थी। 

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