हिंदी दिवस के खास मौके पर ऐसा भाषण देकर जीत सकते हैं लोगों का दिल, जानिए कैसे करें तैयारी
हिंदी दिवस विशेष हिंदी दिवस के खास मौके पर ऐसा भाषण देकर जीत सकते हैं लोगों का दिल, जानिए कैसे करें तैयारी
- भाषा किसी भी व्यक्ति के लिए एक पहचान के समान होती है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भाषा किसी भी व्यक्ति के लिए एक पहचान के समान होती है। आज भारत की पहचान अपनी मातृभाषा हिंदी से होती है। हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन स्कूल, कॉलेज में हिंदी दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जाते है। कार्यक्रम में हिंदी भाषा को अपने मूल अस्तिव को बचाए रखने पर जोर दिया जाता है। इस दिन होने वाले आयोजन में हिन्दी दिवस का भाषण सबसे महत्वपूर्ण होता है। हिंदी दिवस पर एक अच्छा और असरदार भाषण को तैयार करने के लिए आप इन पांच आसान टिप्स पर काम कर सकते हैं।
बेहतरीन शुरुआत होना जरूरी
भाषण की शुरुआत बेहतर होना सबसे जरूरी होता है। ऐसा करने से श्रोताओं की दिलचस्पी आपको सुनने में बढ़ती है। इसके लिए आप भाषण की शुरुआत कविता या शायरी के साथ कर सकते हैं। जैसे,"निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटे न हिय को सूल।"
इसे आप एक और उदाहरण के रूप में समझिए। नेताओं के द्वारा रैली में दिए गए भाषण को आप कभी न कभी जरूर सुने होंगे। नेता भाषण की शुरुआत में क्षेत्रीय भाषा में बोलते हुए पाये जाते हैं। ऐसा करने से क्षेत्रीय जनता नेताओं के द्वारा दिए भाषण से खुद को जोड़ पाती है।
तथ्यों को स्पष्ट रूप से तैयार करना
हिंदी दिवस के इतिहास पर कोई भी जानकारी मे देते समय आप अपने तथ्यों को ठीक तरीके से चेक करें। भाषण लिखते समय कम से कम दो बार क्रॉस चेक जरूर कर लें। तथ्यों में कोई भी गलती आपके भाषण के प्रभाव को खत्म कर सकती है।
बुंलद रखें आवाज
भाषण में आवाज का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यदि आपकी आवाज बुंलद है तो श्रोता आपके भाषण पर ध्यान दे पाएंगे। बुंलद आवाज आपके आत्मविश्वास को और ज्यादा बढ़ायेगी। इसके लिए आप लिखे भाषण को कई बार बोलकर अभ्यास करें। इस दौरान आप ऊंची और बुलंद आवाज में भाषण का अभ्यास करें।
शारीरिक हावभाव का रखें ध्यान
भाषण के दौरान आपकी बॉडी लैंग्वेज अच्छी होनी चाहिए। भाषण के दौरान शरीरिक हाव-भाव बहुत महत्वपूर्ण योगदान रखता है। इससे श्रोता से आपसे ठीक तरीके से जुड़ पाते हैं। आप चाहें तो भाषण से जुड़ी बातों को समझाने के लिए अपनें हाथों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
भाषण के दौरान श्रोताओं से जुड़े
यदि आप चाहते हैं कि आपका भाषण बोरिंग न हो और सभी श्रोता सुनें तो आप बीच-बीच में श्रोताओं से सवाल-जवाब कर सकते हैं। इससे सुनने वाले का ध्यान आपकी बातों में बना रहेगा।
जैसे कि शिक्षक विधार्थियों को पढ़ाते समय छात्रों से लगातार बातचीत करते रहते हैं। जिससे विधार्थी भी ऊबेगें नहीं।
भाषण का अंत होना चाहिए दमदार
सभी कुछ अच्छा करने के बाद आपको भाषण का अंत ठीक तरीके से करना चाहिए। इसके लिए आप चाहे तो किसी बेहतरीन लाइन के साथ भाषण को समाप्त कर सकते हैं। कोशिश करें कि भाषण लंबा नहीं होना चाहिए।