मुसलमानों पर विवादित बयान के बाद अब बाबा रामदेव के निशाने पर देश के रईस, अडानी अंबानी से ज्यादा बताई खुद की कीमत

स्वामी रामदेव बनाम अडानी मुसलमानों पर विवादित बयान के बाद अब बाबा रामदेव के निशाने पर देश के रईस, अडानी अंबानी से ज्यादा बताई खुद की कीमत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-20 07:42 GMT
मुसलमानों पर विवादित बयान के बाद अब बाबा रामदेव के निशाने पर देश के रईस, अडानी अंबानी से ज्यादा बताई खुद की कीमत
हाईलाइट
  • सारे अरबपत्ति अपना समय स्वार्थ के लिए लगाते हैं।

डिजिटल डेस्क, पण्जी। योग गुरू बाबा रामदेव अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार उन्होंने कॉरपोरेट लोगों पर निशाना साधा है। योग गुरू बाबा रामदेव गोवा के दौरे पर हैं। एक कार्यक्रम में शरीक हुए रामदेव ने कहा कि गौतम अडानी, मुकेश अंबानी, रतन टाटा जैसे कई अरबपत्तियों से मेरा समय बहुत मूल्यवांन है। ये सारे अरबपत्ति अपना समय स्वार्थ के लिए लगाते हैं।, जबकि साधु संतों का समय दूसरे लोगों की भलाई करने में लगता है।

बाबा रामदेव ने क्या कहा?

बाबा रामदेव अपने सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को सम्मानित करने के लिए गोवा पहुंचे हुए थे। जहां स्वास्थ्य संबंधित बातों का भी जिक्र किया। इसी कार्यक्रम में योग गुरू ने कॉरपोरेट घरानों को आड़े हाथों लेते हुए कहा "मैं हरिद्वार से तीन दिन के लिए यहां आया हूं। मेरे समय की कीमत अडानी, अंबानी, टाटा, बिड़ला से भी ज्यादा है। कॉरपोरेट अपना 99 फीसदी समय स्वार्थ में लगाते हैं, जबकि साधु का समय सिर्फ स्वार्थ के लिए नहीं होता है बल्कि दूसरे की भलाई के लिए होता है।"

कैंसर के बढ़ते मामलों पर जताई चिंता

अपनी कंपनी का जिक्र करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजली जैसा साम्राज्य बनाकर भारत को परम वैभवशाली बनाया जा सकता है। बाबा रामदेव ने 18 फरवरी के कार्यक्रम में कहा था कि कोविड-19 की वजह से देश में कैंसर मरीजों के मामलों में बड़ी तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि दोनों के बीच कोई दूर-दूर तक संबंध नहीं है, बल्कि यह सामान्य घटना है। योग गुरू ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि कोरोना महामारी के बाद इस बीमारी के मामलों में तेजी से उछाल देखा गया है, लोगों को कैंसर की वजह से अपनी आंखों की रोशनी के साथ सुनने की क्षमता भी खोनी पड़ रही है।

स्वामी रामदेव का विवादित बयान

गौरतलब है कि, बाबा रामदेव ने कुछ दिनों पहले ही मुस्लिम और ईसाई धर्मों पर विवादित बयान दिया था। राजस्थान के बाड़मेर जिले में संतों की एक बैठक हुई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि, इस्लाम धर्म का सिर्फ नमाज पढ़ना होता है, मुसलमानों के लिए नमाज पढ़ना जरूरी होता है और नमाज पढ़ कर हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो, बस पांच वक्त की नमाज जरूर पढ़ो। बाबा रामदेव यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा था कि ईसाई लोग चर्च में जाते हैं और एक मोमबत्ती जला लेते हैं और मानते हैं कि उनके सारे पाप धुल गए। इस बयान के बाद स्वामी रामदेव का चारों तरफ विरोध होने लगा था। जिसके बाद उनके खिलाफ शांति भंग करने और दो समुदाय में नफरत फैलाने के मामले में केस भी दर्ज हुए थे।


 

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