रेप के मामलों में टॉप पर MP, क्राइम में UP नम्बर-1 : NCRB
रेप के मामलों में टॉप पर MP, क्राइम में UP नम्बर-1 : NCRB
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने गुरुवार को साल 2016 में हुए अपराध के आंकड़ें जारी कर दिए हैं। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार शाम इन आंकड़ो को जारी किया। रिपोर्ट में आपराधिक घटनाओं के मामले में यूपी को देश भर में अव्वल बताया गया है, वहीं मध्यप्रदेश को इसमें दूसरा स्थान दिया गया है। यही नहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि साल 2016 में देशभर में सबसे ज्यादा रेप के मामले मध्यप्रदेश में दर्ज किए गए हैं।
NCRB की रिपोर्ट "क्राइम इन इंडिया-2016" के अनुसार, देशभर में जितनी घटनाएं होती हैं, उसकी 9.5% घटनाएं अकेले यूपी और 8.9% घटनाएं एमपी में होती हैं। इस क्रम में तीसरे नम्बर पर महाराष्ट्र (8.8%) है और चौथे नम्बर पर केरल (8.7%) है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल देश में कुल 4,29,299 हिंसक आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
रेप के मामलों में एमपी अव्वल
साल 2016 में मध्यप्रदेश में कुल 26,604 महिलाओं के विरूद्ध अपराध दर्ज हुए, इसमें 4882 मामले रेप के थे। राज्य में रेप का यह आंकड़ा देशभर में सबसे ज्यादा है। इस क्रम में दूसरे नम्बर पर उत्तर प्रदेश है, जहां 4,816 बलात्कार के मामले दर्ज हुए। तीसरे नम्बर पर महाराष्ट्र रहा जहां बलात्कार के 4,189 मामले दर्ज हुए। इसके साथ ही साल 2016 में प्रदेश में 2,64,418 आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। 2014 में यह आंकड़ा 2,74,230 और 2015 में यह आंकड़ा 2,68,614 था। इनमें 26,719 गंभीर आपराधिक मामले थे। यह भारत में हुए गंभीर अपराधों का 6.2% है।
NCRB रिपोर्ट के कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े
- बीते तीन साल में हत्याओं के मामले में पहली बार गिरावट आई है। 2016 में पिछले वर्ष की तुलना में 5.2% की गिरावट के साथ 30,359 हत्या के मामले दर्ज हुए। 2015 में हत्या के 32127 मामले दर्ज हुए थे।
- पिछले साल की तुलना में 2016 में 6% की बढोतरी के साथ 88,008 अपहरण के मामले दर्ज हुए।
- देश मे दंगों की संख्या में 2015 की तुलना में 2016 में 5% की कमी आई। 2016 में दंगों के 61974 मामले दर्ज हुए। 2015 में यह आंकड़ा 65255 था।
- महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 2016 में 2.9% की बढ़ोतरी हुई।
- देश के सभी महानगरों में अपराधों के मामले में दिल्ली टॉप पर है। महानगरों में कुल अपराधों में अकेले दिल्ली में 38.8% अपराध दर्ज हुए।
एमपी में रेप के आंकड़ों पर विपक्ष ने शिवराज सरकार को घेरा
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस ने मध्य प्रदेश सरकार पर तीखे हमले किए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन आंकड़ों को शर्मनाक करार दिया है।
मध्यप्रदेश में महिला सुरक्षा की ज़मीनी हक़ीक़त - बेहद शर्मनाक। 2016 में 4882 बलात्कार के मामले, #मध्यप्रदेश फिर रेप के मामलों में नम्बर 1| https://t.co/urJUifd5Dp
— Jyotiraditya Scindia (@JM_Scindia) November 30, 2017
मध्यप्रदेश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने NCRB की इस रिपोर्ट पर शिवराज सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आज जारी हुए आंकड़ों ने एमपी की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मे कहा कि "12 साल के जश्न के बीच मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार ने बताया कि महिलाओं की असुरक्षा और आदिवासी के विरूद्ध अपराध में आप देश में नंबर वन हो।"
12 साल के जश्न के बीच मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार ने बताया कि महिलाओं की असुरक्षा और आदिवासी के विरूद्ध अपराध में आप देश में नंबर वन हो।
— Office Of Ajay Singh (@ASinghINC) November 30, 2017
12 साल बेमिसाल
— Arun Yadav (@MPArunYadav) November 30, 2017
NCRB ने शिवराज की कथनी और करनी की खोली पोल
केंद्र की सरकार भी आपकी और रिपोर्ट भी आपकी
4482 बलात्कार के मामलों के साथ मप्र फिर देश मे नंबर 1@INCIndia
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा, "पिछले सात सालों से एमपी बलात्कार के मामलों में देश में नंबर-1 बना हुआ है। अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार और किशोरों पर अत्याचार के मामलों में भी एमपी पहले स्थान पर काबिज है। देश में कुल अपराधों की संख्या एवं बाल अपराध के मामले में मप्र दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। इन आंकड़ों ने शिवराज सरकार की कथनी और करनी की पोल खोलकर रख दी है।"