बनारस: फ्लाईओवर गिरने से 18 की मौत, कई दबे, 4 अधिकारी सस्पेंड
बनारस: फ्लाईओवर गिरने से 18 की मौत, कई दबे, 4 अधिकारी सस्पेंड
डिजिटल डेस्क, बनारस। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में मंगलवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। शहर के बीचों-बीच निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई। हादसा कैंट रेलवे स्टेशन के पास हुआ। घटना की सूचना मिलते ही NDRF की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य किया। प्राथमिक जांच के आधार पर चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर केआर सुदन, असिस्टेंट इंजीनियर राजेश सिंह और इंजीनियर लालचंद को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
#Visuals from the site of collapse of portion of an under construction flyover, in Varanasi"s Cantt. area; 12 people dead, several feared trapped, death toll expected to rise pic.twitter.com/5ABKL6hB4v
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2018
हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। उन्होंने मरने वालों के परिजनों को 5 लाख मुआवजा और हादसे में घायल हुए लोगों को 2 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है। सीएम योगी ने कहा है कि हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। इस हादसे की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। योगी ने कहा, "इस हादसे पर जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो 48 घंटे के अंदर जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मौके पर पांच NDRF की टीमों के 250 जवान राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
5 teams of NDRF (250 jawans) with full equipment rushed to the spot of accident, in Varanasi. Compensation of Rs 5 lakh for kin of those dead and Rs 2 lakh for seriously injured in the incident: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/d5DHfEiq0a
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2018
I express grief over the incident, my condolence with the affected families. I have sent Dy CM minister Neelkanth Tiwari to the spot. Formed committee to look into the incident, report to come in 48 hours: UP CM on under-construction flyover collapse in Varanasi"s Cantt pic.twitter.com/8VPs13WpfP
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2018
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अचानक फ्लाईओवर का एक स्लैब नीचे खड़े वाहनों पर गिर पड़ा। स्लैब गिरते ही वाहनों के परखच्चे उड़ गए और चारों ओर चीख-पुकार मच गई। लोगों ने यह भी बताया कि घटना के एक घंटे तक प्रशासन की ओर से कोई भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा था।
I was at a distance of 50 m from the flyover when it collapsed, trapping people under it. 4 four-wheelers, an auto-rickshaw a minibus were crushed by it. The help came after an hour: Eye-witnesses at Varanasi"s Cantt area where portion of under-construction flyover collapsed. pic.twitter.com/Q70kiNUSHK
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2018
हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख
अपने संसदीय क्षेत्र में हुए इस भयावह हादसे पर प्रधानमंत्री ने दुख जाहिर किया।
PM Shri @narendramodi condoles the loss of lives due to the collapse of an under-construction flyover in Varanasi. He has assured all possible support to those affected by this tragedy. pic.twitter.com/eOr2KRzdFV
— BJP (@BJP4India) May 15, 2018
I spoke to UP CM Yogi Adityanath Ji regarding the situation due to the collapse of an under-construction flyover in Varanasi. The UP Government is monitoring the situation very closely and is working on the ground to assist the affected.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 15, 2018
वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने से 18 लोगों की हुई मृत्यु से आहत हूँ। बहुत सारे लोग घायल हुए हैं और कई अभी भी मलबे के तले दबे हैं जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि दुर्घटना से प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद करें।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 15, 2018
अखिलेश बोले - ये हादसा है या भ्रष्टाचार का परिणाम ?
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि ""वाराणसी में पुल के हादसे में लोगों को बचाने के लिए मैं वहाँ के अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूँ कि वे बचाव दल के साथ पूरा सहयोग करें और सरकार से ये अपेक्षा करता हूँ कि वो केवल मुआवज़ा देकर अपनी ज़िम्मेदारी से नहीं भागेगी बल्कि पूरी ईमानदारी से जाँच करवाएगी। अखिलेश ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ""ये है देश की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले संसदीय क्षेत्र में विकास की सच्चाई। ये हाल तब है जबकि प्रदेशीय मंत्री यहां लगातार तथाकथित निरीक्षण करने आते रहे हैं। ये हादसा एक एक्सिडेंट है या भ्रष्टाचार का परिणाम, आज प्रदेश की सरकार को ये जवाब वाराणसी की जनता को देना ही होगा।""
वाराणसी में पुल के हादसे में लोगों को बचाने के लिए मैं वहाँ के अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूँ कि वे बचाव दल के साथ पूरा सहयोग करें और सरकार से ये अपेक्षा करता हूँ कि वो केवल मुआवज़ा देकर अपनी ज़िम्मेदारी से नहीं भागेगी बल्कि पूरी ईमानदारी से जाँच करवायेगी.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 15, 2018
ये है देश की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले संसदीय क्षेत्र में विकास की सच्चाई. ये हाल तब है जबकि प्रदेशीय मंत्री यहां लगातार तथाकथित निरीक्षण करने आते रहे हैं. ये हादसा एक ऐक्सिडेंट है या भ्रष्टाचार का परिणाम, आज प्रदेश की सरकार को ये जवाब वाराणसी की जनता को देना ही होगा.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 15, 2018