मिशन 2019: बिना किसी जोड़-तोड़ के इन्हें आसानी से मिलेगा लोकसभा टिकट !
मिशन 2019: बिना किसी जोड़-तोड़ के इन्हें आसानी से मिलेगा लोकसभा टिकट !
- प्रियंका गांधी
- सलमान खान
- करीना कूपर
- प्रकाश राज समेत कई हस्तियों के नाम शामिल
- लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरेंगी राजनीतिक और बॉलीवुड की हस्तियां
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में चुनाव लड़ने के लिए किसी भी पार्टी से टिकट पाना उतना ही मुश्किल है जितना आसमान से तारा तोड़कर लाना। टिकट पाने के लिए पार्टियों के कार्यकर्ता दुनियाभर की जोड़-तोड़ करते हैं। पैसा और पावर लगाने के बाद भी उन्हें टिकट हासिल नहीं होता है, लेकिन कुछ लोग बहुत खुश किस्मत होते हैं जिन्हें बड़ी आसानी से टिकट मिल जाता है। ऐसे लोगों के लिए चुनावों में लाल कालीन बिछाया जाता है और चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रण दिया जाता है।
इस बार भी लोकसभा चुनाव में ऐसे कई उम्मीदवार है जिन्हें लाल कालीन बिछाकर एक-दो नहीं बल्कि कई सीटों से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रण दिया गया है। ऐसे खुश किस्मत लोगों में प्रमुख नाम हैं गांधी परिवार की प्रियंका गांधी, अभिनेता और सांसद शुत्रघ्न सिन्हा, अभिनेता सलमान खान, अक्षय कुमार, अभिनेत्री करीना कपूर, अभिनेता प्रकाश राज, रजनीकांत समेत कई लोगों के नाम शामिल है।
प्रियंका गांधी को रायबरेली, बनारस और मुंबई से चुनाव लड़ने के लिए लिए प्रस्ताव दिया गया है। जबकि शत्रुघ्न सिन्हा को पटना साहिब और मुंबई से। कांग्रेस की टिकट पर सलमान खान का नाम इंदौर और करीना खान का नाम भोपाल से चल रहा है। अभिनेता प्रकाश राज ने बेंगलुरू से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। हालांकि उन्हें कुछ पार्टियों द्वारा समर्थन दिए जाने की संभावना है। प्रधानमंत्री को भी अनेक क्षेत्रों से उम्मीदवार बनने का आमंत्रण दिया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के आमंत्रित उम्मीदवार
1. प्रियंका गांधी: नेहरू-गांधी परिवार से हैं। उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और परदादा जवाहर लाल नेहरू तीनों प्रधानमंत्री रहे हैं। उनके दादा फिरोज गांधी जाने-माने संसद सदस्य थे। मां सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष रही हैं। प्रियंका जब 13 साल की थीं तो उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले राबर्ट वाड्रा को देखा। स्कूल में साथ पढ़े राबर्ट को देखते ही उन्हें पहली नजर में उनसे प्यार हो गया। दिल्ली के उघोगपति रॉबर्ट वाड्रा के साथ उनकी शादी 10 जनपथ गांधी आवास पर 18 फरवरी 1997 के दिन हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। बेटे का नाम रेहान और बेटी का मिराय है। रेहान प्रियंका गांधी के साथ रैलियों में अक्सर दिखते हैं। प्रियंका ने अपनी स्कूली शिक्षा मॉडर्न स्कूल, कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी, नई दिल्ली से प्राप्त की। स्नातक की डिग्री कला से जिसमें साइकोलॉजी मुख्य विषय था। दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी कॉलेज से प्राप्त की।
इन सीटों से प्रियंका को मिला चुनावी आमंत्रण
प्रियंका उत्तर प्रदेश की रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं, बशर्ते उनकी मां सोनिया गांधी चुनाव लड़ने से इनकार कर दें। यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बनारस से चुनाव लड़ेंगे तो उनके मुकाबले प्रियंका से बेहतर उम्मीदवार नहीं हो सकता है। महाराष्ट्र के कुछ नेताओं का सुझाव है कि प्रियंका मुंबई से चुनाव लड़े जहां उनके पिता राजीव गांधी का जन्म हुआ था। ताकि भाजपा सेना युति की धार को कम किया जा सके।
राजनीति में पर्दापण और जिम्मेदारी
अमेठी में प्रत्येक चुनाव के समय एक लोकप्रिय नारा है "अमेठी का डंका, बिटिया प्रियंका"। प्रियंका को राजनीति विरासत में मिली है। प्रियंका की रुचि राजनीति में नहीं थी, पर अपने भाई और मां को सहयोग की मंशा से, अमेठी और रायबेरली में उनके प्रचार अभियानों और आंदोलनों में शामिल हो गईं। प्रियंका हमेशा कांग्रेस के साथ खड़ी रहीं और इसकी सफलता में समय-समय पर पूरा योगदान दिया। अब प्रियंका गांधी को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 के लिए कांग्रेस महासचिव बनाने के साथ ही उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी है।
2. शुत्रघ्न सिन्हा का जन्म 9 दिसंबर 1945 को पटना के कदमकुआं स्थित घर में हुआ था। उनके तीनों बड़े भाई साइंटिस्ट, इंजीनियर और डॉक्टर थे। पिता चाहते थे कि उनका छोटा बेटा भी अपने तीनों बड़े भाइयों की तरह या तो डॉक्टर बने या साइंटिस्ट-इंजीनियर, पर शुत्रघ्न सिन्हा की इन फील्ड में रूचि नहीं थी। एक दिन शुत्रघ्न सिन्हा ने पिता को बिना बताए पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से फॉर्म मंगवाया। पिता साइन करने से रहे। ऐसे में बड़े भाई लखन सहारा बने। उन्होंने फॉर्म पर साइन किया। खलनायकी के रूप में छाप छोड़ने के बाद वे हीरो भी बने। उनके मुंह से निकलने वाले शब्द बंदूक की गोली समान होते थे, इसलिए उन्हें शॉट गन का टाइटल भी दे दिया गया। शुत्रघ्न की पहली हिन्दी फिल्म डायरेक्टर मोहन सहगल निर्देशित साजन 1968 में आई थी। पत्नी पूनम ने भी चंद फिल्में कीं। दो बेटे लव-कुश तथा हीरोइन पुत्री सोनाक्षी हैं।
इन सीटों से शुत्रघ्न को मिला चुनावी आमंत्रण
शुत्रघ्न अपनी सीट पटना साहिब से चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा के रविशंकर प्रसाद को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने भी चुनाव लड़ने का न्यौता दिया है। दिवंगत सांसद सुनील दत्त की मुंबई सीट से चुनाव लड़ने का भी आमंत्रण है।
राजनीति में पदार्पण
शुत्रघ्न ने फिल्मों के साथ-साथ राजनीति में भी अपना हाथ अजमाया। साल 1991 में, शुत्रघ्न सिन्हा ने भाजपा में शामिल होते हुए अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की। 1992 में नई दिल्ली उप-चुनाव में अभिनेता राजेश खन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ा, जिसमें शुत्रघ्न सिन्हा 25 हजार मतों के अंतर से हार गए थे। प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी सरकार के अंतर्गत कैबिनेट मंत्री बने। उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग का प्रभार संभाला। 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा और बिहार के पटना साहिब से जीत दर्ज की। उन्होंने अभिनेता शेखर सुमन को कुल 312642 मतों से पराजित किया। 2014 के लोकसभा चुनाव में पुन: पटना साहिब लोकसभा सीट से उन्होंने विजय प्राप्त की।
3. करीना कपूर बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री है उनका का पूरा परिवार हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है। मुंबई में जन्मी करीना के पिता अभिनेता रणधीर कपूर और मां अभिनेत्री बबिता है। उनकी एक बड़ी बहन करिश्मा कपूर भी हिन्दी फिल्मों में जाना-माना नाम हैं। करीना कूपर बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान की पत्नी व भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की बहू है। मंसूर अली खान पटौदी भोपाल नवाब के वंशज है। इनके परिवार का भोपाल से जुड़ाव भी है।
इन सीटों से आमंत्रण
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की लोकसभा सीट से कांग्रेस उन्हें चुनाव मैदान में उतार सकती है। उनके ससुर मंसूर अली खान पटौदी भोपाल से चुनाव लड़ चुके हैं। तीस साल से भाजपा के कब्जे वाली इस सीट के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता चौहान को करीना सबसे जिताऊ उम्मीदवार लग रही हैं।
राजनीति में पदार्पण
लोकसभा चुनाव के लिए तीस साल से भाजपा के कब्जे वाली इस सीट के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता चौहान को करीना सबसे जिताऊ उम्मीदवार लग रही हैं। करीना कूपर के चुनाव लड़ने की बात इसलिए सामने आई है कि कांग्रेस को ऐसे उम्मीदवार की तलाश है, जो भाजपा की मजबूत सीट भोपाल पर जीत दिला सके। कांग्रेस पार्षद योगेन्द्र सिंह चौहान उर्फ गुड्डू चौहान ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर भोपाल के चुनाव मैदान में करीना कूपर खान को उतारने की मांग कर डाली। मीडिया ने खुद करीना कूपर से ही सवाल किया तो उनका जवाब था कि अभी पूरा ध्यान फिल्मों पर है। चुनाव लड़ने की बातों में कोई सच्चाई नहीं है। न ही इस संबंध में कांग्रेस के किसी नेता ने उनसे संपर्क किया है।
4. सलमान खान का नाम बॉलीवुड के सुपरस्टारों में शुमार है। सलमान खान का पूरा नाम अब्दुल रशीद सलीम सलमान खान है। लोग उन्हें प्यार से सल्लू भाई, भाईजान नामों से पुकारते हैं। सलमान का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। उनके पिता सलीम खान मशहूर फिल्म लेखक रहे हैं। उनकी मां का नाम सुशीला चरक हैं। पिता जम्मू कश्मीर से हैं, तो मां महाराष्ट्रीयन हैं। पूर्व अभिनेत्री हेलन उनकी सौतेली मां है। उनके दो भाई अरबाज खान और सुहेल खान है। इसके अलावा सलमान की दो बहन अलवीरा और अर्पिता हैं। अरबाज की शादी अभिनेत्री मालइका अरोड़ा खान से हुई थी, लेकिन अब तलाक हो गया है। सलमान खान की पढ़ाई सिंधिया स्कूल, ग्वालियर और मुंबई स्थित सेंटस्टैनिसलॉस हाई स्कूल से हुई हैं। सलमान खान ने अपने अभिनय करियर की शुरूआत सहायक अभिनेता के तौर पर फिल्म बीबी हो तो ऐसी से की थी। मुख्य अभिनेता के तौर पर उनकी पहली फिल्म मैंने प्यार किया थी जो कि सुपरहिट रही थी।
राजनीति में पदार्पण और विवाद
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले राजनीति के गलियारों और मीडिया में ये चर्चा जोरों पर है कि अभिनेता सलमान खान इस बार चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस मध्य प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े शहर इंदौर से सलमान को चुनाव लड़वा सकती है। इंदौर सीट के लोकसभा चुनाव प्रभारी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रतापभानु शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया है कि यहां से सलमान खान को चुनाव लड़वाने की अभी तक किसी कार्यकर्ता ने मांग नहीं की है। इसके पूर्व केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुलाकात के बाद यह चर्चा थी कि वे राजनीति में आएंगे। मुलाकात के दौरान सलमान के पिता सलीम खान भी उपस्थित थे। सलमान खान का विवाद से लंबा नाता रहा है। मुंबई में शराब के नशे में चूर होकर कार चलते समय फुटपाथ पर सोये लोगों पर कार चढ़ाने से एक की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। मामला अदालत तक पहुंचा। सलमान ने कहा कि कार ड्रायवर चला रहा था। जबकि लोगों ने कहा, खुद नशे में चूर सलमान ड्राइव कर रहे थे। 6 मई 2015 कोर्ट सलमान को दोषी करार दिया।