हैदराबाद के ई-बाइक शोरूम में आग के हादसे का शिकार हुए लोग दूसरे राज्यों के थे
हैदराबाद हैदराबाद के ई-बाइक शोरूम में आग के हादसे का शिकार हुए लोग दूसरे राज्यों के थे
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। सिकंदराबाद के एक ई-बाइक शोरूम और होटल में सोमवार रात आग लगने की घटना में मरने वाले और घायल हुए लोग देश के अलग-अलग हिस्सों के मूल निवासी थे।पांच मंजिला इमारत के तहखाने में एक ई-बाइक शोरूम में आग लगने से आठ लोगों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए।
पीड़ित लोग देश के विभिन्न शहरों से थे और रूबी लग्जरी होटल में ठहरे थे। अब तक पहचाने गए छह मृतकों में से तीन दिल्ली के थे, दो चेन्नई के और एक विजयवाड़ा का था।मृतकों की पहचान दिल्ली के वीरेंद्र कुमार (50), राजीव मलिक (26) और संदीप मलिक, चेन्नई के सीतारमण (48), बालाजी (58) और विजयवाड़ा निवासी अल्लादी हरीश (33) के रूप में हुई है।
एक मृत महिला समेत तीन शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है।घायलों में बेंगलुरु के जयंत (39) शामिल हैं। उनका अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
अन्य घायलों में गुजरात के राजेश जगदीश (49), कोलकाता के मार्केटिंग मैनेजर उमेश कुमार (35), हरियाणा के गुणवत्ता अधिकारी दीपक यादव (38), चेन्नई के रहने वाले और मुंबई में इंजीनियर के रूप में कार्यरत केशव (27) हैं। कोलकाता के देबाशीष गुप्ता (36), संतोष (26) और योगिता (26) दोनों आंध्र प्रदेश के पेंडुरथी से हैं।
वे सभी व्यापार या अन्य निजी काम के लिए हैदराबाद जा रहे थे।पुलिस के मुताबिक, क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के पास स्थित भवन में आग लगने की घटना सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुई। आग तहखाने में ई-बाइक शोरूम से शुरू हुई और रूबी लग्जरी होटल के ऊपरी मंजिलों पर भारी धुआं फैल गया।
दमकल कर्मियों ने नौ लोगों को होटल से निकाला। होटल में ठहरे कुछ लोगों ने जान बचाने के लिए खिड़कियों से छलांग लगा दी।दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया। माना जा रहा है कि ज्यादातर मौतें दम घुटने से हुई हैं।
आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। आग शोरूम में फैल गई और वहां खड़ी ई-स्कूटर की बैटरियां फटने से आग और फैली गई। ऊपरी मंजिलों में घना धुंआ भर गया और होटल में ठहरे मेहमान अपने कमरों में कैद हो गए।अधिकारियों ने हालांकि कहा कि आग लगने के कारणों की अभी जांच की जा रही है।
अतिरिक्त महानिदेशक (अग्निशमन सेवाएं) संजय कुमार ने कहा कि इमारत को केवल चार मंजिलों के लिए नगर निगम के अधिकारियों से अनुमति मिली थी, लेकिन बिल्डर ने एक अतिरिक्त मंजिल का निर्माण किया। हालांकि तहखाना पार्किं ग के लिए था, लेकिन नियमों का उल्लंघन कर बिजली वाहनों का शोरूम खोला गया।
अधिकारी ने कहा कि इमारत में केवल एक प्रवेश और निकास द्वार था, इसलिए मेहमान फंस गए। इमारत में लगे स्प्रिंकलर काम नहीं कर रहे थे, जिससे आग पर काबू पाने में देरी हुई।तेलंगाना सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए 3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। नगर प्रशासन मंत्री के.टी. रामाराव ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
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