हिंदू धार्मिक संगठनों की ओर से किया जा रहा है अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में शिवालय होने का दावा
मस्जिद मंदिर विवाद हिंदू धार्मिक संगठनों की ओर से किया जा रहा है अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में शिवालय होने का दावा
- शिवालय होने का दावा
डिजिटल डेस्क, जयपुर। देशभर में मुस्लिम धार्मिक मस्जिदों पर हिंदू देवी देवताओं के दावे को लेकर चल रहा विवाद अब राजस्थान के अजमेर में भी उठने लगा है। अजमेर में स्थापित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में शिवालय होने का दावा हिंदू धार्मिक संगठनों की ओर से किया जा रहा है।
एक स्थानीय हिंदू संगठन ने दरगाह के स्थान पर मंदिर होने का दावा करते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार से सर्वे की मांग की है। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार को पत्र भी लिखा है।
विवाद को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ में आ गया है, विवाद को देखते हुए दरगाह के आस पास कड़ी पुलिस सुरक्षा कर दी है। बार बार जिला अधिकारी दरगाह का दौरा करके सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ले रहे है और नए नए निर्देश दे रहे है। खबरों के मुताबिक हिंदू संगठन महारणा प्रताप सेना नाम के संगठन की तरफ से ये दावा किया जा रहा है।
एबीपी न्यूज के मुताबिक इस पर अंजमून कमेटी ने कहा है कुछ लोग इलाके में माहौल ख़राब करना चाहते है और धर्म के नाम पर अशांति फैलाना चाहते है। ऐसे लोगों को हम कानूनी रूप से इसका जवाब देंगे।
इस प्रसिद्ध दरगाह पर मुस्लिमों के साथ कई हिंदू देश के कोने कोने से आकर आस्था की चादर चढ़ाते हैं और अपना शीश झुकाते हैं।अब हिंदू संगठनों की ओर से इस पवित्र दरगाह पर मंदिर-मस्जिद विवाद खड़ा कर, सर्वे कराने की मांग कर रहा है। हालांकि इस दावे के नाम पर सर्वे पर अंजुमन कमेटी ने आपत्ति जताई है.और कहा है कि इस सूफी संत दरगाह के लिए किसी भी प्रकार के गलत दावे और सर्वे की बात को बर्दाश्त नहीं की जाएगा।