स्कूली बच्चा, महिला, मछुआरा से लेकर नारद मुनि बनने वाला ये सांसद है कौन?

स्कूली बच्चा, महिला, मछुआरा से लेकर नारद मुनि बनने वाला ये सांसद है कौन?

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-28 06:02 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद नारामल्ली शिवप्रसाद अपने अलग-अलग गेटअप को लेकर हमेशा से चर्चा में रहते हैं। संसद के बजट सेशन में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर बुधवार को शिवप्रसाद "नारद मुनि" का गेटअप लेकर पहुंच गए। इस दौरान उनके हाथ में नारद मुनि की तरह ही "करतल" और "वीणा" भी थी। शिवप्रसाद अपने अनोखे अंदाज के लिए ही जाने जाते रहे हैं। इससे पहले वो स्कूली बच्चा, महिला, मछुआरा से लेकर किसान तक का गेटअप लेकर संसद आ चुके हैं। बता दें कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग ठुकराने के बाद टीडीपी ने एनडीए का साथ छोड़ दिया है।

 

 



साथ में रहते हैं टीडीपी के सांसद

नारामल्ली शिवप्रसाद आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ काफी दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार सुबह शिवप्रसाद नारद मुनि का गेटअप लेकर जैसे ही संसद पहुंचे, वैसे ही सबकी नजरें उनपर टिक गई। उन्होंने नारद मुनि की तरह ही हाथ में करतल लिया हुआ था और वीणा टांगी हुई थी। उन्होंने टीडीपी के बाकी सांसदों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान शिवप्रसाद टीडीपी सांसदों के आगे चुपचाप खड़े हुए थे और उनके पीछे खड़े सांसद सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। 

 

 

एक बार शिवप्रसाद संसद में स्कूली बच्चे की तरह ड्रेस पहनकर आ गए थे। उन्होंने अपने हाथ में पेंसिल, बुक और पीछे झोला टांगा हुआ था।

 

 

शिवप्रसाद कृृष्ण का अवतार लेकर भी संसद पहुंच चुके हैं। उन्होंने बांसुरी बजाकर विरोध प्रदर्शन किया था।

 

 

एक बार शिवप्रसाद चरवाहा बनकर चले गए। इतना ही नहीं उन्होंने अपने हाथ में छड़ी भी पकड़ी हुई थी।

 

 

किसान का गेटअप लेकर भी संसद पहुंच चुके हैं शिवप्रसाद।

 

 

एक बार आंध्र को विशेष दर्जा देने की मांग को लेकर शिवप्रसाद मछुआरा बनकर चले गए और वहां पर मीडिया के सामने जाल फेंककर प्रदर्शन करने लगे।

 

 

एक दिन सूफी संत बनकर पहुंचे थे शिवप्रसाद। इस दौरान उन्होंने गाना गाकर विरोध प्रदर्शन किया।

 

 

सूफी संत के अलावा शिवप्रसाद चर्च के फादर का गेटअप लेकर भी आ चुके हैं।

 

 

शिवप्रसाद महिला का गेटअप लेकर भी संसद आ चुके हैं।

 

 

शिवप्रसाद नोटबंदी के विरोध में ये गेटअप लेकर पहुंच गए थे। इस गेटअप के जरिए उन्होंने बताया था कि सफेद धन वाले दुखी हैं, जबकि काले धन वाले अभी भी खुश हैं।

 

 

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