वाराणसी में शव की सौदेबाजी, पोस्टमॉर्टम के लिए परिजनों से मांगे 300 रुपए
वाराणसी में शव की सौदेबाजी, पोस्टमॉर्टम के लिए परिजनों से मांगे 300 रुपए
डिजिटल डेस्क, वाराणसी। वाराणसी में मंगलवार को हुए दर्दनाक फ्लाईओवर हादसे के बाद इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला इस हादसे से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में मृत लोगों के शवों की सौदेबाजी की जा रही है। अस्पताल के कर्मचारी मृतकों के परिजनों से पोस्ट मॉर्टम के लिए 300 रुपए मांग रहे थे। वीडियो सामने आने के बाद वाराणसी के लंका थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
सफाईकर्मी पर FIR दर्ज
वाराणसी के एसएसपी ने कहा, मीडिया के जरिए उन्हें जानकारी मिली थी कि एक सफाईकर्मी ने पोस्टमॉर्टम के लिए मृतकों के परिजनों से पैसों की मांग की हैं। हमने बीएचयू के सफाईकर्मी बनारसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। लंका पुलिस ने आईपीसी की धारा 384 (जबरन धन वसूली) में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले मामला संज्ञान में आते ही डीएम योगेश्वर राम मिश्र बीएचयू पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात करने के बाद आरोपी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
We came to know through media that a sweeper had taken Rs. 200 from some people. We have registered an FIR already arrested him: RK Bhardwaj, SSP Varanasi on reports of money being taken by hospital staff for postmortem of victims of #Varanasi flyover collapse incident. pic.twitter.com/1ltUrB3IZj
— ANI UP (@ANINewsUP) May 16, 2018
जितेन्द्र यादव ने बनाया वीडियो
ये वीडियो जिस शख्स ने बनाया है उसका नाम जितेन्द्र यादव है। जितेन्द्र ने अपने परिवार के 5 लोगों की जिंदगी को इस हादसे में खोया है। जीतेंद्र यादव का कहना है कि ये संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। मानवता मर चुकी है और इस घटना के बाद उन्हें लगता है कि प्रजातंत्र की भी मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि मंगलवार से ही वो अपने परिजनों की लाशें लेकर घूम रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उनका कोई सहयोग नहीं किया। इतना ही नहीं अस्पताल कर्मियों ने क्रूरता दिखाते हुए परिजनों से शव के पीएम के लिए पैसे मांगे गए।
18 लोगों की हादसे में मौत
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार शाम निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिर गया था। इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी। हादसा कैंट रेलवे स्टेशन के पास हुआ था। घटना की सूचना मिलने के बाद NDRF की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य किया। हादसे के बाद प्राथमिक जांच के आधार पर चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर केआर सुदन, असिस्टेंट इंजीनियर राजेश सिंह और इंजीनियर लालचंद को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।