पहले लव जिहाद के नाम पर हत्या, अब जेल से आरोपी शंभूलाल ने जारी किया वीडियो
पहले लव जिहाद के नाम पर हत्या, अब जेल से आरोपी शंभूलाल ने जारी किया वीडियो
डिजिटल डेस्क, जोधपुर। राजसमंद में प्रवासी मजदूर की नृशंस हत्या के आरोप में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद शंभूलाल रैगर ने सोशल मीडिया पर दो हेट वीडियो अपलोड किए हैं। इन वीडियोज से लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। जोधपुर सेंट्रल जेल के अंदर से फिल्माए वीडियो में रैगर को कहते देखा जा रहा है - "मैंने जो किया, उसका मुझे अफसोस नहीं है। मुझे अपनी जान की परवाह नहीं है, लेकिन जिहाद देश के लिए खतरा है।" इस वीडियो में उसने एक बार फिर भड़काऊ बयान देते हुए अल्पसंख्यकों के खिलाफ लोगों को भड़काने की कोशिश की है।
जेल प्रशासन नहीं बरामद कर पाया मोबाइल
शंभूलाल रैगर ने इसी जेल में बंद पश्चिम बंगाल के बंदी वासुदेव से जान का खतरा भी बताया। रैगर पर राजसमंद में मजदूर की हत्या कर शव जलाने और पूरे अपराध का वीडियो बनाने का आरोप है। उधर, वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस पूरे मामले की जांच शुरू हो गई है। शुरुआती जांच से पता चला है कि शंभूलाल ने एक कैदी के मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया, लेकिन जेल प्रशासन अब तक उस फोन को बरामद नहीं कर सका है। जेल के प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि जैसे ही वीडियो वायरल हो गया है। शंभूलाल को दूसरी जेल में स्थानंतरित कर दिया गया है।
लव जिहाद को बताया गंभीर मुद्दा
उन्होंने बताया कि दिनभर चले तलाशी अभियान के बाद भी अब तक मोबाइल फोन को बरामद नहीं किया जा सका है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। सिंह ने कहा कि यह गंभीर घटना है और वे इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि शंभूलाल को जेल के अंदर मोबाइल कहां से मिला। वीडियो में शंभूलाल को यह कहते सुना जा सकता है कि लव जिहाद एक गंभीर मुद्दा बन गया है और पश्चिम बंगाल सरकार उससे गंभीरता से नहीं निपट रही है। उसने कहा कि वह हिंदू महिला के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी से गुस्सा था और उसने पश्चिम बंगाल के मजदूर मोहम्मद अफजल की हत्या कर दी। उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
बता दें, शंभूलाल ने मजदूर की हत्या को लव जिहाद का नाम दिया था और कट्टरपंथी समूहों में हीरो बनने की कोशिश की, लेकिन इसकी वजह थी एक लड़की के साथ उसके अवैध संबंध, जिसे वह छिपाना चाहता था। रैगर जानता था कि अगर खुलासा हुआ तो उसके परिवार में उसकी बदनामी हो जाएगी। इसी डर से उसने एक खौफनाक साजिश रची और उस साजिश के तहत बेरहमी से हत्या कर दी।
देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक
बता दें कि जोधपुर सेंट्रल जेल को देश की सबसे सुरक्षित जेलों में माना जाता है। इस पूरी जेल में गृह विभाग के अनुसार जैमर लगे हुए हैं। लेकिन बीते कुछ समय से इस जेल में बंद कैदियों के लगातार सोशल मीडिया अकाउंट होते रहे हैं। आज जेल में तलाशी से पूर्व भी इस जेल से 25 से अधिक मोबाइल बरामद किए जा चुके है। यह जेल सुर्खियों में तब आयी थी जब यहां के जेलर की एक बंदी ने हत्या कर दी थी। नाबालिग से दुराचार के आरोपी आसाराम भी इसी जेल में बंद है।