आम चुनाव में वोट नहीं करेंगे निर्भया के माता-पिता, न्याय नहीं मिलने से हैं नाराज
आम चुनाव में वोट नहीं करेंगे निर्भया के माता-पिता, न्याय नहीं मिलने से हैं नाराज
- दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने के पक्ष में निर्भया के माता-पिता
- निर्भया के माता-पिता नहीं करेंगे मतदान
- बेटी को न्याय नहीं मिलने से हैं नाराज
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। दिल्ली के वसंत विहार इलाके में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई निर्भया के माता-पिता ने इस बार के लोकसभा चुनाव में मतदान करने से मना कर दिया है। पीड़िता के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी के गुनहगारों को अब तक सजा नहीं मिली है। निर्भयाकांड के बाद देश में महिला सुरक्षा को लेकर सभी राजनीतिक दलों की ओर से एक अहम मुद्दा करार दिया गया था। देश की जनता सड़कों पर उतर आई थी। ऐसा लग रहा था कि सरकार अब महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है, लेकिन हकीकत यह है कि दोषियों को फांसी की सजा पर अमल अभी तक नहीं हुआ।
पीड़िता की मां का कहना है कि जब हमारी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ था तब जिस दल की सरकार थी उससे हमें कोई मदद नहीं मिली। ठीक दो साल बाद सरकार बदल गई, लेकिन दोषियों को सजा तब भी नहीं मिली। ऐसे में भला हम किस दल पर भरोसा करें? किसे अपना वोट दें? बड़े भारी मन से हमने यह फैसला किया है कि हम इस बार मतदान नहीं करेंगे। नोटा के विकल्प को लेकर उन्होंने कहा, आप चाहे नोटा का बटन दबाएं या मतदान नहीं करें, दोनों एक ही तरह की बात हुई।
निर्भया के माता-पिता का कहना है कि राजनेताओं से लेकर अधिकारियों तक के कार्यालय के कई चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें इस सवाल का संतोषजनक उत्तर नहीं मिला कि आखिर दोषियों को फांसी पर कब लटकाया जाएगा। इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए सूचना के अधिकार का भी सहारा लिया, लेकिन तमाम प्रयास का नतीजा कुछ नहीं निकला। ऐसे में वे पूरी व्यवस्था से आहत हैं, इसलिए इस बार सत्रहवीं लोकसभा के लिए मतदान नहीं करेंगे।