रेल रोको आंदोलन से 160 रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित, 43 ट्रेन कैंसिल, पंजाब- हरियाणा से लेकर यूपी-राजस्थान तक असर

लखीमपुर खीरी कांड पर किसानों का आह्वान  रेल रोको आंदोलन से 160 रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित, 43 ट्रेन कैंसिल, पंजाब- हरियाणा से लेकर यूपी-राजस्थान तक असर

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-18 04:19 GMT
 रेल रोको आंदोलन से 160 रेलगाड़ियों का आवागमन प्रभावित, 43 ट्रेन कैंसिल, पंजाब- हरियाणा से लेकर यूपी-राजस्थान तक असर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  संयुक्त किसान मोर्चा ने आज सोमवार को  6 घंटे देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन से करीब 160 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित रहा है। देश के अलग अलग जगहों पर किसान रेल  पटरी पर बैठे। 180 से अधिक जगहों पर किसान पटरी पर लेट गए। किसानों के रेल रोको आंदोलन से प्रभावित रेल गाडियों में 63 ट्रेनों को तय स्थान से पहले ही रोक दिया गया। वहीं 43 ट्रेन कैंसल कर दी गई। वहीं कुछ रेलगाड़ियों का रूट बदला गया। करीब 50 से अधिक रेलगाडियों को डायवर्ट किया गया।
रेल रोको आंदोलन के चलते पंजाब में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लुधियाना स्टेशन पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
 

किसानों की बीजेपी की केंद्र सरकार से मांग है कि लखीमपुर हिंसा बवाल में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को भारत सरकार में मंत्री पद से हटाया जाए। मोर्चा ने साफ कर दिया है कि लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक प्रदर्शन लगातार तेज होता जाएगा। 
किसान एकता मोर्चा ने ट्वीट कर कहा, "लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक घटना को भुलाया नहीं जा सकता।  आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आज किसानों ने 6 घंटे का "रेल बंद" बुलाया है। जिसमें  विभिन्न जिलों के किसान शामिल होंगे

रेल रोको अभियान से आज ट्रेन से यात्रा करने वालों यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। किसान मोर्चा अपनी मांगों को लेकर जोर-शोर से विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना चुका है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि सोमवार को 6 घंटे तक रेल रोको कार्यक्रम रहेगा जिसके तहत पूरे भारत में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक रेल सेवाएं बाधित रहेंगी। रेल रोको पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और रेल संपत्ति को कोई क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी। किसान मोर्चा ने अपने सभी सहयोगी दलों को दिशानिर्देश को सख्ती से पालन करने की अपील की है।

लखनऊ में धारा-144 लागू 
लखनऊ  में  प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस को कहना है कि किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगी।  जो कोई भी सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए लगाया जाएगा

रेलवे की आंदोलन से निपटने की तैयार

हालांकि किसानों की ओर से रेल रोको आह्वान के बाद रेल अधिकारियों ने भी पूरी तैयारियां कर ली  हैं। रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय अधिकारियों ने सुरक्षा बलों के अधिकारियों से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है।  रेलवे  से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल सभी ट्रेनें अपने सामान्य रूप से सुचारु हैं। रेलवे द्वारा किसी ट्रेन को अब तक रद्द नहीं किया गया है। किसानों की रेल रोको आह्वान के बाद रेलवे ने एहतियातन सुरक्षा भी बढ़ा दी है। ताकि  सफर करने वाले किसी भी यात्री को  परेशानी न हो। 

दरअसल, बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के तुरंत बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना में न्याय सुनिश्चित करने के लिए कई कार्यक्रमों की घोषणा की थी। मोर्चा के सभी नेताओं ने अजय मिश्रा को मोदी सरकार में मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की है।किसानों के मुताबिक अजय मिश्रा के केंद्र सरकार में गृह राज्यमंत्री होने से हिंसा मामले में न्याय सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है।


 

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