सोमनाथ मंदिर के 'गैर-हिंदू एंट्री रजिस्टर' में राहुल गांधी का नाम, विवाद
सोमनाथ मंदिर के 'गैर-हिंदू एंट्री रजिस्टर' में राहुल गांधी का नाम, विवाद
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने अपने 7वें गुजरात विधानसभा चुनाव दौरे की शुरूआत भगवान सोमनाथ के मंदिर से की है। मंदिर में पहुंचने के बाद राहुल गांधी के साथ एक विवाद खड़ा हो गया है। यहां मंदिर के एंट्री रजिस्टर में राहुल का नाम गैर-हिंदू के तौर पर दर्ज किया गया है। इसके बाद उन्हें मंदिर में दर्शन के लिए एंट्री दी गई। मंदिर का नियम है कि हिंदूओं को कोई एंट्री नहीं करनी होती है, जबकि गैर-हिंदूओं को ही एंट्री रजिस्टर में नाम दर्ज करना होता है। इस दौरान राहुल गांधी और अहमद पटेल का नाम दर्ज किया गया।
राहुल गांधी एक बार फिर से गुजरात में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दो दिन के दौरे पर पहुंचे हैं। राहुल का ये 7वां गुजरात दौरा है।
गैर-हिंदू एंट्री रजिस्टर में दर्ज राहुल गांधी और अहमद पटेल का नाम
गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान मंदिर में दर्शन करने पर बीजेपी भी कई बार राहुल गांधी पर निशाना साध चुकी है। इसके पहले भी वह कई प्रसिद्ध मंदिरों दर्शन कर चुके हैं। इनमें द्वारकाधीश, खोडलधाम, संतराम मंदिर, महाकाली जैसे प्रमुख मंदिर हैं। बता दें कि 29 और 30 नवंबर को राहुल गुजरात में ही रहेंगे और इस दौरान राहुल 3 रैलियों को भी एड्रेस करने वाले हैं। इसके साथ ही साथ वो कई लोगों से भी यहां मुलाकात करने वाले हैं। अपने दो दिन के दौरे के दौरान राहुल सोमनाथ, भावनगर और अमरेली में रैली करने वाले हैं। राहुल की पहली रैली जूनागढ़ के विसवादार में तो दूसरी अमरेली जिले के सर्वकुंडला में होगी। जबकि तीसरी रैली भी राहुल की अमरेली में ही होनी है।
कांग्रेस ने आधिकारिक अकाउंट से दिया स्पष्टीकर
Clarification: There is only one visitor"s book at Somnath Temple that was signed by Congress VP Rahul Gandhi. Any other image being circulated is fabricated.
— Congress (@INCIndia) November 29, 2017
Desperate times call for desperate measures? pic.twitter.com/KOokFOH83z
21 मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं राहुल
पिछले डेढ़ महिने में राहुल गांधी 21 मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं। राहुल ने गुजरात में अपनी नवसर्जन यात्रा की शुरुआत द्वारकाधीश में माथा टेककर की थी। राहुल अब तक द्वारकाधीश, खोडलधाम, संतराम मंदिर, पावागढ़ महाकाली, ऊनाई मां का मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, बहुचराजी का मंदिर, कबीर मंदिर, चोटिला देवी मंदिर, दासी जीवन मंदिर, जलाराम मंदिर और कृष्णा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार राहुल का मंदिर जाना बीजेपी को पसंद नहीं आया, जिस कारण बीजेपी ने राहुल पर कई बार हमले किए हैं। खुद पीएम ने एक रैली में कहा था कि हमने अच्छे-अच्छों को मंदिर जाने की आदत डलवा दी।
रैली से पहले राहुल ने मांगा पीएम से जवाब
22 सालों का हिसाब,
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 29, 2017
गुजरात मांगे जवाब।
गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से पहला सवाल:
2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे।
5 साल में बनाए 4.72 लाख घर।
प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे?
कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने बुधवार को एक बार फिर से ट्विटर पर पीएम मोदी से सवाल किया। राहुल ने ट्वीट कर पीएम से 22 सालों का हिसाब मांगा। राहुल ने ट्वीट किया "22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब। गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से पहला सवाल: 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे। 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर। प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे?" बता दें कि गुजरात विधानसभा को देखते हुए अब राहुल गांधी रोजाना पीएम मोदी और बीजेपी से एक सवाल पूछेंगे।
क्या गुजरात में मजबूत हो रही है कांग्रेस?
अगर गुजरात में कांग्रेस की मजबूती की बात करें तो इसमें कोई शक नहीं है कि कांग्रेस की हालत में बीते दिनों काफी बदलाव देखने को मिला है। जिस तरह से राहुल गांधी रैलियों में पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साध रहे हैं, अब जनता राहुल की बातों को सीरियस लेने लगी है। गुजरात में कांग्रेस की "नवसर्जन यात्रा" को जनता का काफी समर्थन मिला। राहुल गांधी भी गुजरात में एक के बाद एक दौरे कर रहे हैं और यहां पर हर वर्ग को टारगेट कर रहे हैं। कई लोगों का तो ये भी मानना है कि राहुल गांधी इस बार पीएम मोदी से आगे चल रहे हैं और इस बार गुजरात में कांग्रेस को वापसी की उम्मीद है। राहुल गांधी ने अपने गुजरात कैंपेन की शुरुआत द्वारकाधीश मंदिर से की। इसके बाद पीएम मोदी भी इस मंदिर में आए। यानी कल तक पीएम मोदी जहां जाते थे, वहां राहुल गांधी बाद में जाते थे, लेकिन अब उल्टा हो गया है। आगे चलने वाले लोग अब पीछे हो गए हैं। इसके साथ ही राज्यसभा चुनाव में भी अहमद पटेल का जीतना, कांग्रेस के लिए संजीवनी बूटी साबित हुआ है। अहमद पटेल की जीत ने गुजरात में कांग्रेस को एक उम्मीद की किरण दिखाई है, साथ ही इससे पार्टी वर्कर्स का भी कॉन्फिडेंस बढ़ा है।
क्या है गुजरात विधानसभा का गणित?
गुजरात विधानसभा के गणित की बात करें तो यहां पर 182 विधानसभा सीटें हैं। पिछले यानी 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। इस वक्त गुजरात विधानसभा में बीजेपी के 114, कांग्रेस के 61 और अन्य के खाते में 6 सीटें हैं। वहीं पिछली बार बीजेपी को 48%, कांग्रेस को 39% और अन्य को 13% वोट मिले थे।
जबकि गुजरात में 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो यहां पर 26 लोकसभा सीट है और सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट परसेंट जहां 60 था, वहीं कांग्रेस को 33% वोट मिले थे, लेकिन उसके बावजूद कांग्रेस इस वोट परसेंटेज को सीटों में तब्दील करने में नाकाम रही थी।
गुजरात में कब है चुनाव?
गुजरात में विधानसभा चुनाव की 182 सीटों के लिए वोटिंग 2 फेस में होने जा रही है। पहले फेस में 89 सीटों के लिए 9 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि दूसरे फेस में 93 सीटों के लिए 14 दिसंबर को वोटिंग की जाएगी। वहीं रिजल्ट 18 दिसंबर को डिक्लेयर किए जाएंगे।