PM मोदी ने की क्रैश कोर्स प्रोग्राम की शुरुआत, कहा महामारी से सामना करने को तीन माह में तैयार होंगे 1 लाख युवा हेल्थ वर्कर
PM मोदी ने की क्रैश कोर्स प्रोग्राम की शुरुआत, कहा महामारी से सामना करने को तीन माह में तैयार होंगे 1 लाख युवा हेल्थ वर्कर
- 26 राज्यों में स्थित 111 ट्रेनिंग सेंटरों का शुभारंभ
- 273 करोड़ रुपए की राशि का आवंटन किया
- 3 माह के कोर्स में 1 लाख वारियर्स होंगे तैयार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए "क्रैश कोर्स प्रोग्राम" का शुभारंभ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 के तहत इसकी शुरुआत देशभर के 26 राज्यों में स्थित 111 ट्रेनिंग सेंटरों में हुई। इस मौके पर स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
इस मौके पर पीएम ने कहा कि, आज शुरू किए जा रहे क्रैश कोर्स के जरिए 1 लाख वारियर्स को महामारी का सामना करने के लिए तैयार किया जाएगा। ये कोर्स 2-3 महीने में ही पूरा हो जाएगा, इसलिए ये लोग तुरंत काम के लिए उपलब्ध भी हो जाएंगे।
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म्यूटेड होने की संभावना
पीएम मोदी ने कहा कि, हर सावधानी के साथ, आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए हमें देश की तैयारियों को और बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि, कोरोना की दूसरी लहर में हम लोगों ने देखा कि इस वायरस का बार बार बदलता स्वरूप किस तरह की चुनौतियां हमारे सामने ला सकता है। ये वायरस हमारे बीच अभी भी है और इसके म्यूटेड होने की संभावना भी बनी हुई है।
फ्रंट लाइन फोर्स को नई ऊर्जा
पीएम ने कहा कि, इस महामारी ने दुनिया के हर देश, हर संस्था, हर समाज, हर परिवार, हर इंसान के सामर्थ्य को बार-बार परखा है। वहीं इस महामारी ने साइंस, सरकार, समाज, संस्था और व्यक्ति के रूप में हमें अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए सतर्क भी किया है। उन्होंने कहा कि, इस अभियान से कोविड से लड़ रही हमारी हेल्थ सेक्टर की फ्रंट लाइन फोर्स को नई ऊर्जा भी मिलेगी और हमारे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
2 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा
बीते 7 साल में देश में नए एम्स, नए मेडिकल कॉलेज, नए नर्सिंग कॉलेज के निर्माण पर बल दिया गया है। इनमें से कई ने काम करना भी शुरु कर दिया है। मेडिकल शिक्षा और इससे जुड़े संस्थानों में रिफॉर्म को भी सपोर्ट किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि, फ्रंटलाइन वर्कर्स के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, उम्मीदवारों को निःशुल्क ट्रेनिंग, स्किल इंडिया का सर्टिफिकेट, भोजन व आवास सुविधा, काम पर प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड एवं प्रमाणित उम्मीदवारों को 2 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा प्राप्त होगा।
रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे
गांवों में संक्रमण के फैलाव को रोकने में दूर सुदूर के क्षेत्रों में, पहाड़ी और जनजाति क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक चलाने में हमारे आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी और गांव की तैनात स्वास्थकर्मियों ने बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। पीएम ने कहा, कि कोविड-19 हेल्थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, उम्मीदवारों को न सिर्फ पाठ्यक्रम के अंतर्गत मान्यता मिलेगी बल्कि उनको रोजगार पाने के बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे।
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273 करोड़ रुपए की राशि का आवंटन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, कोविड-19 हेल्थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद उम्मीदवार डीएससी/एसएसडीएम की व्यवस्था के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य सुविधाओं व अस्पतालों में काम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि, कोविड-19 हेल्थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को PMKVY 3.0 के केंद्रीय घटक के अंतर्गत एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के रूप में डिजाइन किया गया है और इसके लिए 273 करोड़ रुपए की राशि का आवंटन भी किया गया है।