सरकार ने कहा- अगले 125 दिन क्रिटिकल, भारत अभी तक कोविड-19 के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी हासिल नहीं कर पाया
सरकार ने कहा- अगले 125 दिन क्रिटिकल, भारत अभी तक कोविड-19 के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी हासिल नहीं कर पाया
- बिमारी को रोकने के लिए अगले 125 दिन बहुत महत्वपूर्ण होंगे
- भारत अभी तक कोविड-19 के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी हासिल नहीं कर पाया
- वायरल संक्रमण के नए प्रकोप की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत अभी तक कोविड-19 के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी हासिल नहीं कर पाया है। ऐसे में वायरल संक्रमण के नए प्रकोप की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसमें कहा गया है कि बीमारी को रोकने के लिए अगले 125 दिन बहुत महत्वपूर्ण होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय की ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हमें अब संक्रमण को फैलने से रोकने की जरूरत है और यह कोविड-अप्रोप्रिएट बिहेवियर को अपनाकर संभव है।
हर्ड इम्युनिटी एक ऐसी स्थिति है जब संक्रमण के अनियंत्रित प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त लोगों ने टीकाकरण या पिछले संक्रमण से प्रतिरक्षा हासिल कर ली हो। हर्ड इम्युनिटी का मतलब यह है कि एक वायरस अब आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं जा रहा है। ये उन लोगों की मदद होगी जिनकी इम्युनिटी कमजोर है। हालांकि कोई भी निश्चित रूप से नहीं जानता कि कोरोनावायरस के लिए हर्ड इम्मयुनिटी की सीमा क्या है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह 70 प्रतिशत या उससे अधिक है। कोविड-19 के कारण वायरस के नए रूपों का उभरना भी तस्वीर को और जटिल बना रहा है।
डॉ पॉल ने आगाह किया कि कई देशों में कोविड-19 की स्थिति बिगड़ रही है और दुनिया तीसरी लहर की ओर बढ़ रही है। हमें अपने स्वास्थ्य के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को उन्नत करने के लिए (अभी और तीसरी लहर के बीच) इस विंडो का उपयोग करने की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक वैश्विक चेतावनी जारी की है और हमें इससे सीखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने भी अन्य देशों में तीसरी लहर के बारे में बात की है।
संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य) लव अग्रवाल ने कहा कि कई देशों में कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं।
उन्होंने कहा, म्यांमार, इंडोनेशिया, मलेशिया और बांग्लादेश जैसे हमारे पड़ोसी देशों में भी मामलों में तेजी देखी जा रही है। मलेशिया और बांग्लादेश में तीसरी लहर दूसरी लहर की पीक की तुलना में अधिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी आगाह किया कि भारत में मास्क के समग्र उपयोग में तब से भारी गिरावट देखी गई है जब से कोविड से संबंधित प्रतिबंधों में ढील दी गई है। देश में लॉकडाउन खत्म होने के बाद मास्क के उपयोग में 74 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है।