MNS कार्यकर्ताओं की पिटाई, संजय निरुपम के खिलाफ FIR
MNS कार्यकर्ताओं की पिटाई, संजय निरुपम के खिलाफ FIR
डिजिटल डेस्क,मुंबई। शनिवार रात महानगर के मलाड इलाके में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS ) कार्यकर्ताओं और हॉकर्स (फेरीवाले) के बीच झड़प हुई थी। मारपीट में एमएनएस कार्यकर्ता घायल हो गए थे। अब इस मामले में 7 हॉकर्स पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज कर लिया है। वहीं कांग्रेस नेता संजय निरुपम पर बिना इजाजत सभा करने और फेरीवालों को भड़काने को लेकर FIR दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल पिछले काफी वक्त से MNS मुंबई में स्ट्रीट हॉकर्स का विरोध कर रही है और राज्य सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम देने के बाद कार्यकर्ता खुद हॉकर्स को हटाने में लगे हैं। इसी सिलसिले में कार्यकर्ता शनिवार को मलाड स्टेशन पर हॉकर्स को हटाने पहुंचे पहुंचे थे, लेकिन वहां हॉकर्स ने उन्हें ही पीट दिया। मारपीट में एक कार्यकर्ता सुशांत मालवदे को सिर पर गहरी चोट भी आई है। पुलिस ने 7 हॉकर्स के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया।
घटना और गिरफ्तारी को लेकर मुंबई पुलिस के डीएसपी विक्रम देशमाने ने बताया कि मलाड स्टेशन के बाहर हुई मारपीट में कार्यकर्ताओं को गहरी चोटें आई हैं। मामले में 7 हॉकर्स पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच करने के बाद ही पुलिस आगे कोई कदम उठाएगी।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
ये पूरा विवाद कांग्रेस नेता संजय निरुपम के एक बयान के साथ शुरू हुआ। दरसअल संजय निरुपम शनिवार दोपहर करीब एक बजे अपने कुछ लोगों के साथ मुंबई में हॉकर्स से मिलने पहुंचे थे।
उस दौरान उन्होंने कई बार MNS और BJP पर निशाना साथा। भीड़ की मौजूदगी से गदगद संजय निरुपम ने कह दिया कि खुद को बचाने के लिए कानून हाथ में लेना पड़े तो लो, लेकिन गुंडों से डरो मत। संजय निरुपम की सभा खत्म होते ही MNS कार्यकर्ता मलाड स्टेशन पर हॉकर्स के बीच पहुंचे और हॉकर्स ने उन्हें पीट दिया। देर रात तक MNS कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन पर जुटे रहे। मनसे के पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई ने इस घटना के लिए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष निरूपम को जिम्मेदार ठहराया, जबकि निरूपम ने मनसे कार्यकर्ताओं पर फेरीवालों से हफ्ता मांगने की बात कही है।