सांसदों ने यूक्रेन के छात्रों के लिए शिक्षा ऋण माफ करने की मांग की
भविष्य की चिंता सांसदों ने यूक्रेन के छात्रों के लिए शिक्षा ऋण माफ करने की मांग की
- लोकसभा में केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया कि वह भारतीय छात्रों के मुद्दे पर गौर करेगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे चरण के सोमवार को फिर से शुरू होने पर सांसदों ने यूक्रेन से निकाले गए छात्रों के लिए एक खास नीति बनाने की मांग की, ताकि वे भारत में अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
केरल से कांग्रेस के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने यूक्रेन में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों द्वारा लिए गए शिक्षा ऋण को माफ करने की मांग की, ताकि उन्हें कर्ज के जाल में घिरने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा पूरी करने में असमर्थता के कारण वहां से निकाले गए छात्रों को अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों की मदद के लिए नीतिगत हस्तक्षेप के रूप में हर दूतावास में एक छात्र कल्याण विंग स्थापित करने का सुझाव देते हुए, कोडिकुन्निल सुरेश ने सरकार से युद्ध क्षेत्र में आने वाले मानसिक आघात को दूर करने के लिए छात्रों को विशेष मदद देने की मांग की। कांग्रेस के एक अन्य सदस्य राजमोहन उन्नीथन ने दावा किया कि केरल के हजारों छात्र अभी भी यूक्रेन के सुमी में फंसे हुए हैं और मांग करते हुए कहा कि सरकार उन्हें सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए।
कांग्रेस नेता और असम से सांसद अब्दुल खालिक ने कहा कि सरकार को यूक्रेन से छात्रों को निकालने के लिए पहले कदम उठाना चाहिए था और तब तक इंतजार नहीं करना चाहिए था जब तक कि लड़ाई शुरू नहीं हो गई। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने दम पर यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचना पड़ा, जिसे निकासी नहीं कहा जा सकता।
हालांकि, लोकसभा में केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया कि वह भारतीय छात्रों के मुद्दे पर गौर करेगी।
(आईएएनएस)