सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा बजट को बताया आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त करने वाला दूरदर्शी, अभूतपूर्व बजट
बिहार सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा बजट को बताया आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त करने वाला दूरदर्शी, अभूतपूर्व बजट
- आगामी 25 वर्षों की योजनाओं का बजट में खाका
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने मंगलवार को लोकसभा में पेश आम बजट को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाला दूरदर्शी और अभूतपूर्व बजट बताते हुए कहा कि इस बजट में दिए गए प्रस्तावों से आत्मनिर्भर भारत बनाने के कई अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 25 वर्षों की योजनाओं को समेटे यह बजट भविष्य के भारत की बुनियाद है, जिसका सर्वाधिक लाभ बिहार जैसे विकासशील राज्यों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस बजट से जहां रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता आएगी वहीं घरेलू उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। बजट में किये गये प्रावधानों से आर्थिक रूप से पिछड़े समाज और मध्यम परिवार वालों को भी अत्यधिक लाभ मिलेगा।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि इस बजट में मुख्यरूप से युवाओं, महिलाओं और किसानों पर फोकस किया गया है, जबकि आधारभूत संरचनाओं के विकास पर भी जोर दिया गया है। बजट में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत को गति देने की घोषणा की गयी है, जिससे 60 लाख नई नौकरियां और 30 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रोडक्शन भी होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बजट में एमएसपी के जरिए किसानों के खाते में 2.37 लाख करोड़ रुपए भेजे जाने का ऐलान किया गया है। इस सत्र में 163 लाख किसानों से 1208 मीट्रिक टन गेहूं और धान खरीदा जाएगा।
डॉ जायसवाल ने कहा कि इस बजट में प्रस्ताव दिया गया है कि रेलवे अब छोटे किसानों और छोटे व मध्यम उद्यमों के लिए नए प्रोडक्ट और कुशल लॉजिस्टिक्स सर्विस विकसित करेगा, जिससे स्थानीय उत्पाद की सप्लाई चेन बढ़ेगी। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना भी शुरू की जाएगी, जिससे देश के विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में भी सरकार ने मेक इन इंडिया पर जोर दिया गया है। मेक इन इंडिया के जरिए इस क्षेत्र में दूसरे विकल्पों को तलाशा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से प्रभावित इस समय में देश को इसी तरह के विजनरी बजट की दरकार थी। यह बजट न केवल देश और जनता की आर्थिक समृद्धि बढ़ाएगा, बल्कि देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
(आईएएनएस)