डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। आतंकियों ने रविवार शाम पूर्व मंत्री और पीडीपी एमएलए अब्दुल मजीद पाडर के आवास पर ग्रेनेड से हमला किया। आतंकियों ने अब्दुल मजीद के कुलगाम जिले में मौजूद आवास को अपना निशाना बनाया। हालांकि, जिस वक्त ये हमला किया गया उस वक्त अब्दुल मजीद घर में मौजूद नहीं थे। इस हमले में किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। बतां दें कि ये पहला मौका नहीं है जब आतंकियों ने अब्दुल मजीद के आवास पर हमला किया हो, इससे पहले 2017 में भी आतंकियों ने अब्दुल मजीद के सुरक्षा काफीले पर हमला किया था।
आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन
सूत्रों की माने तो आतंकियों ने अब्दुल मजीद को नहीं बल्कि सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ की 18 वीं बटालियन के जवानों पर हमला किया था। ग्रेनेड दागने के बाद आतंकी वहां से भाग निकले। ये धमाका इतना जोरदार था कि पूरे इलाके में इसकी आवाज सुनाई दी। घटना के बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा इस इलाके को सीज कर दिया गया है, जिसके बाद आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस घटना पर एसएसपी कुलगाम ने बताया कि ग्रेनेड हमला हुआ है। इस मामले की जांच जारी है। अब तक धमाके के कारणों के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। फॉरेंसिक विभाग के साथ पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है। अभी ये भी साफ नहीं हो पाया है कि आतंकियों के निशाने पर कौन था?
पहले भी हुआ था हमला
कुलगाम में हुई आतंकी घटना से पहले श्रीनगर के करालखुर्द पुलिस स्टेशन पर शनिवार देर रात ग्रेनेड हमला किया गया था। इस हमले के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए थे जिसके बाद इलाके को सील करते हुए सेना ने गहन तलाशी अभियान चलाया था। वहीं इससे पहले अक्टूबर 2017 में जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में PDP विधायक मजीद पद्दर के सुरक्षा काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। आतंकवादियों ने विधायक के काफिले में शामिल पुलिस के वाहन पर फायरिंग की थी। इस फायरिंग में एक जवान शहीद हो गया था, जबकि कई पुलिसकर्मी घायल हो गए था। विधायक मजीद एक मेडिकल कैंप का उद्घाटन कर नंदी मार्ग से अपने काफिले के साथ लौट रहे थे।