मुफ्ती ने अमित शाह पर साधा निशाना, कहा- वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं बीजेपी अध्यक्ष
मुफ्ती ने अमित शाह पर साधा निशाना, कहा- वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं बीजेपी अध्यक्ष
- महबूबा ने कहा कि वोट पाने के लिए अमित शाह द्वारा इस्तेमाल की जा रही भाषा सही नहीं है।
- महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी पर निशाना साधा है।
- मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर ने संस्कृति को ध्यान में रखते हुए भारत में शामिल हुआ था।
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के NRC को लेकर दिए गए बयान पर निशाना साधा है। महबूबा ने कहा कि "लोकसभा चुनाव में वोट हासिल करने के लिए अमित शाह और उनके लोग जो भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं वो सही नहीं है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है।" बता दें कि अमित शाह ने एक रैली के दौरान कहा था कि "हम देश में NRC को जरूर लागू करेंगे। हम बुद्ध, हिंदुओं और सिखों को छोड़कर देश के हर एक घुसपैठियों को बाहर निकाल देंगे।"
Mehbooba Mufti on Amit Shah"s statement "We"ll ensure implementation of NRC in country. We"ll remove every single infiltrator from country,except Buddha,HindusSikhs": Language being used by Amit Shah his men for votes in this election, isn"t right. India is a secular country. pic.twitter.com/DF9UlFAC70
— ANI (@ANI) April 12, 2019
महबूबा मुफ्ती ने कहा, "जम्मू-कश्मीर ने अपनी धर्मनिरपेक्ष संस्कृति को ध्यान में रखते हुए भारत में शामिल होने का फैसला किया था। मुझे लगता है कि अमित शाह को इस देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि इस देश की नींव धर्मनिरपेक्षता पर रखी गई थी। यह केवल हिंदू, सिख या मुस्लिम के लिए नहीं है, बल्कि यह देश सभी के लिए है। महबूबा ने कहा इस तरह के बयानों का मकसद देश की नींव को झकझोर कर रख देना है। बीजेपी इस देश की धर्मनिरपेक्ष संस्कृति पर हमला कर रही है।"
Mehbooba Mufti: JK had decided to join India keeping in mind its secular culture. I think Amit Shah should apologise to people of this country because the foundation of this country has been laid on secularism. It"s not only for Hindu, Sikh or Muslim, the country is for everyone https://t.co/rIxCgcoCnL
— ANI (@ANI) April 12, 2019
बता दें कि कश्मीर के सीनियर नेताओं महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को आगामी लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लेने देने और उनपर प्रतिबंध लगाने के लिए सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में PIL दायर की गई थी। इसके खिलाफ महबूबा ने एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि BJP आर्टिकल 370 और 35A हटाने की बात कह रही है। ऐसा होने पर हम खुद चुनाव नहीं लड़ पाएंगे और इस हक से वंचित रह जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय संविधान जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं हो सकेगा। ना समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिंदुस्तान वालों। तुम्हारी दास्तान तक भी न होगी दास्तानों में।