युवक को जिंदा जलाने के मामले में मायावती ने की सख्त कार्रवाई की मांग
युवक को जिंदा जलाने के मामले में मायावती ने की सख्त कार्रवाई की मांग
- दोषियों को तुरन्त सख्त सजा दिलाए सरकार
- ताकि आगे ऐसी कोई घटना ना हो सके
- मायावती ने ट्वीट कर कहा
- प्रेम-प्रसंग को लेकर जाति के नाम पर दलित युवक को जिन्दा जलाना अति-क्रूर
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक युवक को घर में बंद कर जिंदा जलाकर मार देने के मामले में बुधवार को आरोपित को सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की है। मायावती ने ट्वीट कर कहा, हरदोई में प्रेम-प्रसंग को लेकर जाति के नाम पर एक दलित युवक को जिन्दा जला देना, यह अति-क्रूर व अति निंदनीय है। सरकार इसके दोषियों को तुरन्त सख्त सजा दिलाए, ताकि प्रदेश में आगे ऐसी कोई पुनरावृति ना हो सके, बीएसपी की यह मांग है।
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में प्रेम-प्रसंग को लेकर जाति के नाम पर एक दलित युवक को जिन्दा जला देना, यह अति-क्रूर व अति निन्दनीय है। सरकार इसके दोषियों को तुरन्त सख्त सजा दिलाये ताकि प्रदेश में आगे ऐसी कोई पुनरावृति ना हो सके, बी.एस.पी. की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) September 18, 2019
गौरतलब है कि हरदोई कोतवाली शहर क्षेत्र के भदैंचा गांव के निवासी मोनू को चारपाई से बांध कर उस पर पेट्रोल उड़ेलकर जिंदा जलाने के बाद कमरा बंद कर दिया गया। 15 सितंबर को हुई घटना से गांव में तनाव है। घटना के चंद मिनट पहले मिथिलेश की तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल लेकर गया था। बेटे मोनू से रुपये की व्यवस्था कर अस्पताल आने के लिए कहा। मिथिलेश का कहना था कि मोनू 25 हजार रुपये की व्यवस्था कर राधे गुप्ता के घर के पास रहने वाले श्याम सुंदर से बाइक लेने जा रहा था। तभी रास्ते में ही राधे समेत चार लोगों ने उसे पकड़कर कमरे में बंदकर पीटना शुरू कर दिया। चारपाई में बांधकर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इलाज के दौरान मोनू की मौत हो गई। बेटे को जलाकर मार दिए जाने की खबर सुनकर उसकी बीमार मां ने भी दम तोड़ दिया था।
हालांकि, हरदोई के पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने फॉरेंसिक निष्कर्षों और प्रथम दृष्टया सबूतों के हवाले से दावा किया है कि पीड़ित ने खुद को आग लगा ली थी। उन्होंने कहा कि मोनू के करीब छह वर्ष से युवती से प्रेम प्रसंग चल रहे थे। मोनू उसी के चलते राधे के घर गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोनू शनिवार रात अपनी किशोर उम्र वाली प्रेमिका से मिलने गया था, जो ऊंची जाति से थी और उसी गांव में उसके घर से 200 मीटर की दूरी पर रहती थी। उन्होंने कहा, लड़की के चाचा और चाची ने दोनों को देख लिया। उन्होंेने मोनू को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया। इससे घर के बाहर भीड़ जुट गई।
पुलिस ने कहा कि बाहर जमा भीड़ से बचने के लिए मोनू ने खुद को आग लगा ली। मोनू के चाचा अजयपाल की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। राधे, उसकी पत्नी समेत तीन लोग हिरासत में हैं। पुलिस जांच कर आगे की कार्रवाई कर रही है।