Coronavirus: भारत में कोरोना के एक्टिव केस में से 50% केरल के, केंद्र ने जताई चिंता
Coronavirus: भारत में कोरोना के एक्टिव केस में से 50% केरल के, केंद्र ने जताई चिंता
- भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी हद तक थम गई
- केरल में जिस तरह से मामले सामने आ रहे हैं उसने चिंता बढ़ा दी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी हद तक थम गई है, लेकिन केरल में जिस तरह से मामले सामने आ रहे हैं उसने चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि देश में सभी नए कोविड-19 मामलों में से 50 प्रतिशत मामले केरल से आ रहे हैं। पिछले चार हफ्तों में जिस तरह से केरल में कवोड-19 मामलों का ग्राफ बढ़ा है उस पर मंत्रालय ने चिंता व्यक्त की है।
केरल में बीते 24 घंटों में संक्रमण के 22,056 नए मामले सामने आए हैं। 131 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 28 जुलाई तक देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 3,99,436 है जिनमें से केरल के 1,45,876 मामले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केरल के कोट्टायम में 28 जून से कोविड-19 मामलों में 64 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इसी तरह, मलप्पुरम में इसी अवधि के दौरान डेली न्यू केसेज में 59 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इसके बाद एर्नाकुलम में 46.5 प्रतिशत और त्रिशूर में 45.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसे लेकर केरल के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है। एक मीडिया हाउस ने इस पत्र को एक्सेस किया है। 5 जुलाई से 9 जुलाई तक केरल का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम के फीडबैक का हवाला देते हुए, राजेश भूषण ने लिखा कि कंटेनमेंट को लेकर केरल को और काम करने की आवश्यकता है। राजेश भूषण ने यह भी लिखा कि सामूहिक/सामाजिक समारोहों के दिशानिर्देशों के अनुपालन को सख्ती और सही ढंग से लागू करने की आवश्यकता है।
इस बीच, सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में एक और केंद्रीय दल केरल भेजा जाएगा। गृह मंत्रालय (एमएचए) भी कोविड-19 के प्रसार को रोकने के उपायों पर चर्चा करने के लिए महाराष्ट्र और केरल दोनों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक कर सकता है।