कर्नाटक: सांई की शरण में बागी विधायक, शिवकुमार बोले- नागराज हमारे साथ
कर्नाटक: सांई की शरण में बागी विधायक, शिवकुमार बोले- नागराज हमारे साथ
- अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार के लिए तैयार हुए कांग्रेस विधायक एमटीबी नागराज
- शिवकुमार ने कहा- हर परिवार में उतार-चढ़ाव आते हैं
- सब कुछ भूलकर हमें आगे बढ़ना चाहिए
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक में जारी सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने असंतुष्ट बागी विधायकों को मनाने के लिए पर्दे के पीछे से बातचीत शुरू कर दी है। शनिवार को कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक एमटीबी नागराज से मुलाकात करने के बाद ऐलान किया है कि, नागराज कांग्रेस पार्टी के साथ ही रहेंगे। जबकि नागराज ने अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करने की बात कही है। वहीं सियासी संकट के बीच मुंबई के होटल में रह रहे कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायक शिरडी में सांई की शरण में पहुंच गए हैं।
Rebel Congress-JDS Karnataka MLAs including Ramesh Jarkiholi visited Sai Baba temple in Shirdi. #Maharashtra pic.twitter.com/RCp732OkAq
— ANI (@ANI) July 13, 2019
कर्नाटक कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायक शनिवार दोपहर मुंबई से शिर्डी पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बागी विधायकों ने शिर्डी में साईं बाबा का दर्शन किए। इस दौरान सभी विधायकों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। विधायकों के शिर्डी एयरपोर्ट पहुंचते ही बाहर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने उनके के खिलाफ नारेबाजी भी की।
कांग्रेस के संकटमोचक माने जाने वाले कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार सुबह करीब 5 बजे एमटीबी नागराज के आवास पहुंचे और उन्हें मनाने के लिए करीब साढ़े चार घंटे तक वहां रहे। खबरों के अनुसार, उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर भी नागराज को मनाने के लिए उनके घर गए थे। रामलिंग रेड्डी, मुणिरत्ना और आर रोशन बेग को भी मनाने की कोशिश जारी है।
Bengaluru: Rebel Congress MLA MTB Nagaraj met Congress legislative party leader Siddaramaiah, at the latter"s residence. Congress MLA Zameer Khan also present pic.twitter.com/UynvODAUBq
— ANI (@ANI) July 13, 2019
बागी विधायकों को मनाने में जुटी कांग्रेस को कामयाबी मिलती दिख रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक एमटीबी नागराज अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार को तैयार हो गए हैं। नागराज से मुलाकात के बाद शिवकुमार ने कहा, हमें एक साथ जीना और एक साथ मरना चाहिए क्योंकि हमने पार्टी के लिए 40 साल काम किया है, हर परिवार में उतार-चढ़ाव आते हैं। हमें सब कुछ भूलकर आगे बढ़ना चाहिए। हम खुश हैं कि एमटीबी नागराज ने हमें आश्वासन दिया है कि वह हमारे साथ रहेंगे।
DK Shivakumar, Congress: We should live together and die together because we have worked for 40 years for the party, there are ups and downs in every family. We should forget everything and move forward. Happy that MTB Nagaraj(rebel MLA) has assured us he will stay with us pic.twitter.com/hTd2L4rO2J
— ANI (@ANI) July 13, 2019
कांग्रेस के बागी विधायक नागराज ने कहा, हालात कुछ ऐसे थे कि हमने इस्तीफा दे दिया लेकिन अब डीके शिवकुमार और अन्य लोग आए और इस्तीफा वापस लेने को कहा। मैं के. सुधाकर राव से बात करूंगा फिर देखते हैं क्या होता है। आखिरकार हमने कांग्रेस में दशकों बिताए हैं। उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और डीके शिवकुमार के से मुलाकात के बाद एमटीबी नागराज ने सिद्धारमैया से बेंगलुरु में उनके निवास पर मुलाकात की।
Rebel Congress MLA MTB Nagaraj: Situation was such that we submitted our resignations but now DK Shivakumar and others came and requested us to withdraw resignations,I will speak to K Sudhakar Rao then see what is to be done,after all I have spent decades in Congress. #Karnataka pic.twitter.com/6M3Xi8zKkB
— ANI (@ANI) July 13, 2019
वहीं 8 जुलाई को कांग्रेस-जेडीएस सरकार से अपना समर्थन वापस लेने वाले निर्दलीय विधायक आर. शंकर और एच. नागेश ने स्पीकर को पत्र लिखकर विधानसभा में विपक्षी बेंच में उनके बैठने की व्यवस्था करने को कहा है।
#Karnataka: Independent MLAs R Shankar and H Nagesh, who took back their support from the Congress-JDS Government on July 8 have written a letter to the Speaker asking him to arrange their seating in the opposition benches in the assembly (file pics) pic.twitter.com/Uz7jmJXQp8
— ANI (@ANI) July 13, 2019
आनंद सिंह और रोशन बेग सहित 5 और बागी कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा स्वीकार नहीं करने पर विधानसभा स्पीकर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
Five more rebel Karnataka Congress MLAs including Anand Singh and Roshan Baig(in file pic) have also moved Supreme Court against the assembly speaker not accepting their resignations pic.twitter.com/CYk2qW9DHk
— ANI (@ANI) July 13, 2019