यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं पर विचार कर रहा कर्नाटक
रूस-यूक्रेन युद्ध यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं पर विचार कर रहा कर्नाटक
- इस बात पर चर्चा हो रही है कि चिकित्सा शिक्षा उतनी सस्ती दर पर क्यों नहीं दी जा सकती जितनी यूक्रेन में दी जाती है
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक शिक्षा विभाग उन छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने पर विचार कर रहा है, जो युद्धग्रस्त यूक्रेन से राज्य में लौट आए हैं या लौटेंगे। इस संबंध में विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मिलने वाले हैं।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. पी.जी. गिरीश ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे कर्नाटक के छात्रों के लिए अस्थायी रूप से ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि कक्षाएं अस्थायी रूप से तब तक आयोजित की जाएंगी, जब तक कि यूक्रेन में चीजें बेहतर नहीं हो जातीं।
उन्होंने कहा, वर्तमान परिस्थितियों में उन छात्रों को ऑफलाइन शिक्षा प्रदान करना कठिन है। यहां उन लोगों को सीटें आवंटित की गई हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (नीट) दी थी। लेकिन ऐसी संभावना है कि भारत वापस आने वालों के लिए अस्थायी ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था की जा सकती है।
उन्होंने बताया, हालांकि, यूक्रेन की तुलना में पाठ्यक्रम में थोड़ा बदलाव है, ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करना संभव है। लेकिन, उन्हें यहां प्रवेश और सीटें उपलब्ध कराना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री के साथ छात्र समुदाय से जुड़े अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। राज्य के सैकड़ों छात्र यूक्रेन में चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, क्योंकि वे प्रवेश नियमों और अत्यधिक शुल्क संरचना के कारण राज्य में सीट पाने में असमर्थ हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद इस बात पर चर्चा हो रही है कि चिकित्सा शिक्षा उतनी सस्ती दर पर क्यों नहीं दी जा सकती जितनी यूक्रेन में दी जाती है।
(आईएएनएस)