हिंसा वाला इलाके जहांगीर पुरी में चलते हुए बुलडोजर पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, कल फिर होगी सुनवाई
हिंसा का हिसाब हिंसा वाला इलाके जहांगीर पुरी में चलते हुए बुलडोजर पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, कल फिर होगी सुनवाई
- प्रतिनिधिमंडलकी मांग पुलिस एकतरफा कार्रवाई से बचे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के जंहागीर पुरी इलाके में चलती हुई बुलडोजर पर सुनवाई करते हुए रोक लगा दी है। कल इस मामले में शीर्ष कोर्ट फिर सुनवाई करेगा।
दिल्ली के जहांगीर पुरी इलाके में आज बुलडोजर चलेगा। उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश के बाद दिल्ली में बुलडोजर चलने जा रहा है। अवैध निर्माण को लेकर कई घरों को चिंह्नित किया गया है। सकरी गलियों में बुलडोजर कैसे जाएगा ये देखने को मिलेगा।
आपको बता दें दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा का मामला अब नेताओं के कूदने से सियासी मुद्दा बन गया है। अवैध कब्जों को लेकर एमसीडी ने इस इलाके में बने अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाने का फैसला किया है। ओवैसी ने इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार सहित दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी जमकर निशाना साधा है
संगठन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, जिस तरह से हिंसा हुई, उससे साफ पता चलता है कि यह अचानक नहीं, बल्कि जानबूझकर किया गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, जुलूस में शामिल हुए वही लोग भड़काऊ नारे लगा रहे थे। उनमें से कुछ ने हथियारों से लैस होकर जुलूस के दौरान खुलेआम उनकी ब्रांडिंग की।
प्रतिनिधिमंडल को यह भी पता चला कि जुलूस की अनुमति नहीं दी गई थी और किसी भी अप्रिय घटना को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात नहीं किया गया था। प्रतिनिधिमंडल ने कहा, उस दिन हुई हिंसा से पहले माहौल खराब करने के लिए दो बार जुलूस निकाले गए। इफ्तार और नमाज के ठीक समय के दौरान जब तीसरा जुलूस निकाला गया, तो कुछ लोग अचानक तेज आवाज में संगीत बजाते हुए निकल आए।
एमसीडी ने जहांगीरपुरी में बने अवैध मकानों को तोड़ने का फैसला किया है चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई हैं। एमसीडी अवैध मकानों को गिराने की कार्ऱवाई करने जा रही है। एमसीडी में बीजेपी का कब्जा है। इससे पहले जमात-ए-इस्लामी हिंद (जेआईएच) के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी का दौरा किया, जहां 16 अप्रैल को दो समुदायों के सदस्यों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पुलिस की ढिलाई हिंसा के कारणों में से एक थी और यह एक सुनियोजित घटना थी।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए जेआईएच के उपाध्यक्ष सलीम एम्गिनेर ने इस घटना को दर्दनाक, दुखद और एक सुनियोजित साजिश का परिणाम बताया। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई से बचे और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे और जो भी दोषी है उसके खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कड़ी कार्रवाई करे।