ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत ने की तुर्की की मदद, 3 डिग्री तापमान में भारतीय सेना ने बचाई लोगों की जान, लौट कर बताया कितना मुश्किल था रेस्क्यू ऑपरेशन
भारत बना तुर्की के लिए 'फरिश्ता' ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत ने की तुर्की की मदद, 3 डिग्री तापमान में भारतीय सेना ने बचाई लोगों की जान, लौट कर बताया कितना मुश्किल था रेस्क्यू ऑपरेशन
- एनडीआरएफ की टीम ने बचाई जान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तुर्की में 6 फरवरी की सुबह विनाशकारी भूकंप आया था। जो हर जगह तबाही की छाप छोड़ कर चला गया है। चारों तरफ इमारतें गिरी पड़ी हैं। मलबों को हटाने का कार्य अभी भी जारी है। इस आपादा से अब तक 40 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि घायलों का आंकड़ा 70 हजार के पार जा पहुंचा है। तुर्की को विनाशकारी भूकंप से राहत देने के लिए कई देश सामने आए थे। जिसमें से एक अपना देश भारत भी रहा। भारत ने तुर्की को "ऑपरेशन दोस्त" के तहत मदद पहुंचाने का काम किया। अब तुर्की गए एनडीआरएफ की टीम स्वदेश लौट आई है और वहां की स्थिति के बारे में जानकारी साझा की है।
फूल माला पहनाकर हुआ स्वागत
भारत हमेशा से दूसरे देशों के हित के लिए काम करता रहा है। अगर कोई देश मुश्किल में फंसा हो तो एक दोस्त की तरह उसका समाधान निकालने में विश्वास रखता है। इसी का ध्यान रखते हुए भारत ने ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्की की मदद करने के लिए आगे आया था। 6 फरवरी को आए भूकंप के बाद भारत ने फुर्ती दिखाते हुए तुरंत एनडीआरएफ की टीम तुर्की के लिए भेजी थी। जहां पर उसने अपना काम बखूबी किया और अब भारत लौट आया है। भारत लौट आने पर एनडीआरएफ की टीम को फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया।
आसान नहीं था लोगों को बचाना
तुर्की के विनाशकारी भूकंप में गाजियाबाद की 8th बटालियन एनडीआरएफ की टीम गई थी। जहां पर कई लोगों की जान बचाने के साथ तुर्कीवासियों की मदद भी की। एनडीआरएफ की टीम ने तुर्की में राहत और बचाव के काम में आने वाली परेशानियों का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों को बचाना बेहद ही मुश्किल का काम था। चारों तरफ मलवा ही फैला हुआ था। हमारे 51 सदस्यों की टीम ने बड़ी कड़ी मशक्कत से अपने ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
एनडीआरएफ की टीम ने बचाई जान
गाजियाबाद की 8th बटालियन एनडीआरएफ की टीम के साथ दो खोजी कुत्ते भी गए थे। जो इस ऑपरेशन को अंजाम देने में अहम कड़ी साबित हुए। तुर्की में एनडीआरएफ की टीम को दीपक तलवार लीड कर रहे थे। मीडिया से बातचीत में दीपक कहते हैं कि हम लोगों ने इतने कड़ाके की ठंड में लोगों की जान बचाने का काम किया है। हमें अपनी टीम पर गर्व है क्योंकि हमारी टीम ने राहत और बचाव के लिए अपना 100 फीसदी दिया है। एनडीआरएफ की टीम ने 27 डेड बॉडी निकाली जबकि सैकड़ों घायलों का उपचार भी किया।
गौरतलब है कि, तुर्की भूकंप की मार झेल ही रहा है। साथ ही देश में कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है। माइनस में तापमान होने की वजह से राहत और बचाव के काम में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।