India-China Live Update: भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- गलवान में जो हुआ वो चीन की प्लानिंग थी

India-China Live Update: भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- गलवान में जो हुआ वो चीन की प्लानिंग थी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-17 04:54 GMT
India-China Live Update: भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- गलवान में जो हुआ वो चीन की प्लानिंग थी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन से तनातनी जारी है। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि चीन की वजह से गलवान घाटी में हिंसा हुई। चीन ने हमारी सीमा में टेंट गाड़ने की कोशिश की। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन ने जमीनी हालात को बदलने की साजिश की। उसकी मंशा तथ्यों को बदलने की है। गलवान में जो हुआ वह चीन द्वारा पूर्व नियोजित और योजनाबद्ध कार्रवाई थी। बता दें कि सोमवार रात भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। जिसके बाद से देशभर में गम और चीन के प्रति गुस्से का माहौल बना हुआ है। 

45 साल में ऐसा पहला मामला है जब भारत-चीन की झड़प में किसी सैनिक का खून बहा है। बुधवार को इन 20 शहीदों के नाम की सूची भी जारी कर दी गई है। वहीं चीन के भी 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर है, लेकिन चीन ने यह कबूला नहीं है। ऐसे में सेना ना सिर्फ लद्दाख बल्कि एलएसी के दूसरे हिस्सों में भी अलर्ट मोड पर आ गई है। वहीं अमेरिका भी भारत-चीन के बीच जारी इस तनाव पर नजर बनाए हुए है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी इसकी जानकारी देते हुए कहा, LAC पर जो भी चल रहा है, उसपर अमेरिका की पूरी नजर है। 

LIVE Update:

20 शहीद जवानों के नाम की सूची जारी। 

झड़प में शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई। लेह स्थित आर्मी हॉस्पिटल के बाहर की तस्वीरें।

दोनों देशों के बीच जारी मेजर जनरल स्तर की बातचीत भी फिलहाल रद्द कर दी गई है।

पीएम मोदी ने बुलाई 19 जून को बुलाई सर्वदलीय बैठक
भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प के बाद अब मोदी सरकार एक्शन में आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें अलग-अलग पार्टियों के अध्यक्ष शामिल होंगे। इस दौरान सीमा विवाद पर चर्चा की जाएगी।

दिल्ली में चीनी दूतावास के बाहर स्वदेशी जागरण मंच के सदस्यों और कुछ पूर्व सैनिकों का विरोध प्रदर्शन। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।

राजनाथ सिंह की बैठक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष के साथ बैठक की। उन्होंने LAC पर मौजूदा हालात को लेकर विदेश मंत्री से भी बात की है।

सैनिकों का शहीद होना दर्दनाक, शौर्य पर गर्व- रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि, गलवान में हमारे सैनिकों का शहीद होना काफी दर्दनाक है। सैनिकों ने साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया। देश उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना है। देश इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारतीय वीरों के शौर्य और साहस पर गर्व है।

राहुल ने पीएम पर साधा निशाना
भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा, पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छिप रहे हैं? बस बहुत हुआ। हम जानना चाहते हैं कि क्या हुआ है। चीन की हिम्मत कैसे हुई हमारे सैनिकों को मारने की? उनकी हिम्मत कैसे हुई हमारी जमीन लेने की?

वीर शहीदों को राहुल गांधी का सलाम।

हिंसा किसी के हित में नहीं- ब्रिटिश उच्चायोग
भारत- चीन विवाद पर ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा है कि- यह चिंताजनक है। हम चीन और भारत को सीमा से जुड़े मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने के लिए कह रहे हैं। हिंसा किसी के हित में नहीं है।

चीनी सेना का कमांडिंग अफसर भी मारा गया
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, गलवान घाटी में झड़प के दौरान चीन के जिन सिपाहियों की मौत हुई है उनमें चीनी सेना का कमांडिंग अफसर भी शामिल है।

LAC पर जारी गतिविधियों पर अमेरिका की नजर
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा है कि, भारतीय सेना ने 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है, हम उनके परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हैं। भारत-चीन दोनों ही देश इस पर राजी हैं कि वो विवाद को निपटाना चाहते हैं और बॉर्डर से सैनिक पीछे लेना चाहते हैं। अमेरिका के मुताबिक, 2 जून को पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बात हुई थी जिसमें बॉर्डर पर जारी तनाव के बारे में बात हुई थी। हम चाहते हैं, दोनों देश शांति से इस विवाद को खत्म करें।

चीन ने भारत पर लगाए सीमा लांघने के आरोप
चीन की सरकारी मीडिया ने चीनी सेना के हवाले से दावा किया है कि, गलवान घाटी क्षेत्र पर उसकी हमेशा संप्रभुता रही है। आरोप लगाया गया है कि, भारतीय सैनिकों ने जानबूझकर उकसाने वाले हमले किए, जिस कारण संघर्ष हुआ और सैनिक हताहत हुए। चीन ने आरोप लगाया है, भारतीय सैनिकों ने 15 जून को दो बार अवैध गतिविधियों के लिए सीमा लांघी और चीनी कर्मियों को उकसाया, उन पर हमले किए जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई।

चीन ने भारतीय सेना के इस बयान का विरोध किया कि, गलवान घाटी में तनाव कम करने की प्रक्रिया के दौरान सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिनजियान ने सीमा पर भारतीय सैनिकों के शहीद होने की खबर के बारे में पूछे जाने पर बीजिंग में कहा, हमारे सैनिकों की उच्चस्तरीय बैठक हुई थी और सीमा पर स्थिति को सामान्य बनाने पर सहमति बनी थी, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से 15 जून को भारतीय सैनिकों ने हमारी सहमति का गंभीर रूप से उल्लंघन किया और अवैध गतिविधियों के लिए दो बार सीमा रेखा लांघी।

लंबे समय से जारी है भारत-चीन विवाद
गौरतलब है कि, लद्दाख में भारत और चीन के बीच एलएसी पर लंबे समय से जारी विवाद अब सैनिकों के बीच हिंसक झड़प तक पहुंच गया है। सोमवार रात लद्दाख की गलवान वैली में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के एक कर्नल और 19 जवान शहीद हो गए। सेना ने 3 के नाम आधिकारिक तौर पर बताए हैं। इनमें 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू, हवलदार पालानी और सिपाही कुंदन झा शामिल हैं। तीन घंटे चली यह झड़प दुनिया की दो एटमी ताकतों के बीच लद्दाख में 14 हजार फीट ऊंची गालवन वैली में हुई। उसी गालवन वैली में, जहां 1962 की जंग में 33 भारतीयों की जान गई थी। 

India-China Dispute: लद्दाख में सैनिकों के बीच हिंसक झड़प, इंडियन आर्मी के कर्नल समेत 20 सैनिक शहीद, चीन के 43 सैनिक हताहत

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