देश छोड़ने की बात को कोठारी ने बताया गलत, बोले- भारत जैसा कोई नहीं
देश छोड़ने की बात को कोठारी ने बताया गलत, बोले- भारत जैसा कोई नहीं
डिजिटल डेस्क,कानपुर। रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर अलग-अलग सरकारी बैंकों से लगभग 5000 करोड़ रुपए का लोन लेकर भागने के आरोप लग रहे हैं। इसी बीच उनका बयान सामने आया है। विक्रम कोठारी का कहना है कि मैं कानपुर का रहने वाला हूं, कानपुर में ही रहूंगा। भारत से बेहतर देश कोई नहीं है।
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक में घोटाला उजागर होने के बाद एक और स्कैम सामने आया है। इस बार घोटाले का आरोप रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर लगा है। उन पर बैंकों से करीब 5 हजार करोड़ रुपए लेकर भागने का आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि रविवार को कोठारी कानपुर में एक कार्यक्रम में दिखाई दिए हैं। इस कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा कई नेता मौजूद थे।
भारत जैसा देश नहीं : कोठारी
अपने देश छोड़ने की खबरों पर कोठारी ने कहा कि वो मैंने बैंक से लोन जरूर लिया है, लेकिन लोन चुकता नहीं करने की बात गलत है। उनका बैंक का एनसीएलटी के अंदर केस चल रहा है। विवाद का निष्कर्ष निकल आएगा। उन्होंने कहा कि मैं कानपुर का रहने वाला हूं, कानपुर में ही रहूंगा। भारत से बेहतर देश कोई नहीं है। बस बिजनेस के कारण विदेशों की यात्रा करना पड़ती है।
5000 करोड़ रुपए का लोन लेकर फरार होने का आरोप
बता दें कि विक्रम कोठारी ने सबसे ज्यादा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 485 करोड़ का लोन लिया है। इलाहाबाद बैंक से भी कोठारी ने 352 करोड़ की रकम का कर्ज लिया था, लेकिन एक साल हो जाने के बावजद उसने बैंकों को न तो लिए गए लोन पर ब्याज चुकाया है और न लोन वापस लौटाया है। कानपुर के माल रोड के सिटी सेंटर में रोटोमैक कंपनी के ऑफिस पर पिछले कई दिनों ने ताला बंद है। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने नियम-कानून को ताक पर रखकर विक्रम कोठारी को इतना बड़ा लोन दिया।
इन बैंकों से किया करोड़ों का घोटाला
इंडियन ओवरसीज बैंक- 1400 करोड़
बैंक ऑफ इंडिया- 1395 करोड़
बैंक ऑफ बड़ौदा- 600 करोड़
यूनियन बैंक- 485 करोड़
इलाहाबाद बैंक- 352 करोड़
किंग आफ पेन कहे जाते थे कोठारी
इलाहाबाद बैंक ने पिछली 5 सितंबर को कोठारी की तीन सम्पत्तियों की नीलामी की तारीख तय की थी। इसमें माल रोड स्थित कोठी, सर्वोदय नगर स्थित इंद्रधनुष अपार्टमेंट का फ्लैट और बिठूर स्थित फार्म हाउस को शामिल किया गया था। तीनों संपत्तियों की कुल कीमत 17 करोड़ रुपए बैंक ने रखी थी, लेकिन विक्रम के रसूख के चलते लोगों ने नीलामी में शामिल होने से परहेज किया और संपत्तियों की बड़ी बोली नहीं लग सकी। इंडियन ओवरसीज बैंक विक्रम कोठारी के करीब 650 करोड़ रुपए के डिपॉजिट (एफडीआर) जब्त कर चुका है। इस बैंक ने कोठारी को 1400 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था।