गुजरात के मंत्री बोले- जहर पिएं राहुल गांधी, बच गए तो मानूंगा शिव का अवतार
गुजरात के मंत्री बोले- जहर पिएं राहुल गांधी, बच गए तो मानूंगा शिव का अवतार
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात सरकार में जनजातीय विकास मंत्री गणपत वासवा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। मंत्री वासवा ने कहा, कांग्रेसी कार्यकर्ता राहुल गांधी को पोस्टर में शिव का अवतार बताते है। अगर सच में राहुल गांधी शिव का अवतार है तो उन्हें विष का सेवन करना चाहिए, क्योंकि भगवान शिव ने लोगों को बचाने के लिए विष को पी लिया था।
Gujarat Min G Vasava in Surat y"day:Congress people claim that Rahul Gandhi is an incarnation of Lord Shiva.Lord Shiva consumed poison to relieve people of suffering.Make your leader(Rahul Gandhi)drink 500gms of poison,if he survives polls,we"ll believe he is "avatar"of LordShiva pic.twitter.com/p664kBfxxA
— ANI (@ANI) March 26, 2019
सूरत के बारदोली में एक जनसभा में गुजरात जनजातीय विकास मंत्री गणपत वासवा ने पौराणिक कथाओं का हवाला देकर राहुल गांधी को विष पीने और उसके बाद जिंदा रहकर दिखाने की चुनौती देकर नये विवाद को जन्म दे दिया है। मंत्री ने कहा कि अगर राहुल वाकई शिव के अवतार हैं जैसा कि उनके पार्टी कार्यकर्ता दावा करते हैं तो वह विष पीकर जिंदा रह कर दिखाएं। वासवा ने कहा कि राहुल शिव के अवतार हैं। यह तभी सही माना जाएगा अगर वह 500 ग्राम जहर के सेवन के बाद जीवित रह जाएं। वासवा ने कहा, कांग्रेस के लोग दावा करते हैं कि राहुल गांधी शिव का अवतार हैं।
भाजपा मंत्री के शिव वाले इस तंज से बौखलाई कांग्रेस ने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा है कि यह पार्टी के वास्तविक चरित्र को दर्शाती है जो चुनाव में हार के डर से सामने आ रहा है। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, हमारे नेता के बारे में ऐसी टिप्पणियां अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यह भाजपा एवं उसके नेताओं के वास्तविक चरित्र को दर्शाता है। वह कुंठा से ऐसे बयान दे रहे हैं क्योंकि उन्हें लोकसभा में उनकी हार नजर आ रही है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी के कैलाश मानसरोवर यात्रा से वापसी के बाद कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें शिव भक्त बताया था। राहुल गांधी पिछले हुए विधानसभा चुनावों के दौरान अलग-अलग मंदिरों में दर्शन के लिये पहुंचे थे। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लगाये गये कुछ पोस्टरों में उन्हें शिव भक्त और शिव का अवतार भी बताया गया था।