डिजिटल इंडिया को आईना, किसान की टांग टूटी तो खाट पर लेटकर पहुंचा बैंक
डिजिटल इंडिया को आईना, किसान की टांग टूटी तो खाट पर लेटकर पहुंचा बैंक
डिजिटल डेस्क, रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत देश को एक नई दिशा देते हुए डिजिटल इंडिया का सपना संजोए हुए हैं। पीएम अपने इस सपने को हकीकत बनाने के लिए हर संभव कोशिश में जुटे हैं लेकिन गांवों की ओर देखा जाए तो हकीकत आज भी एक दम विपरीत नजर आती है। गांवों, नगर पंचायत और तहसीलों में आज भी बैंक का काम हो, आईडी कार्ड बनवाना हो, तहसील के काम हों, नगर पालिका के या जनपद के काम हों, सभी जगह खुद ही जाना पड़ता है।
गांवों में आज भी डिजिटल इंडिया के विपरित बैंक से पैसे निकालने हों तो खुद खाताधारक को बैंक जाना पड़ता है, दस्तखत मिलाए जाते हैं,सब कुछ ठीक हुआ तभी पैसे दिए जाते हैं। ऐसे ही एक मामले में गरीब किसान को टूटी टांग के साथ ही बैंक जाना पड़ गया। ऐसा उसने रुपए निकालने की मजबूरी को लेकर किया है। अब सोचिए यदि खाताधारक के साथ कोई हादसा हो जाए तब क्या होगा।
डिजिटल इंडिया को दिखाया आईना
दरअसल, एक ऐसी ही तस्वीर छत्तीसगढ़ के धामतरी जिले से सामने आई है। यहां एक गरीब किसान की टांग टूट गई थी और उसे बैंक से रुपए भी निकालने थे। इसके लिए वह किसान खाट पर लेटकर ही बैंक पहुंच गया। यह नजारा देख बैंक कर्मियों समेय मौजूद लोगों के होश तो उड़ ही गए वो हैरान भी काफी थे। इस हादसे ने डिजिटल इंडिया को आईना दिखाया है।
टूटी टांग के साथ बैंक पहुंचा किसान
धामतरी जिले में रहने वाले एक किसान की टांग टूट गई थी। किसान को अपने इलाज के लिए रुपयों की जरूरत थी। इसके कारण वह बैंक से पैसे निकालने के लिए धामतरी स्थित शाखा में खाट पर लेटकर पहुंचे। उन्हें पैसे निकालने खुद ही बैंक तक खाट पर लेटकर जाना पड़ा। इस दौरान खाट पर लेटकर बैंक पहुंचे किसान को देखने के लिए भीड़ इकट्ठा हो गई।