Farmer Protest: किसानों ने जारी किया आंदोलन के दौरान हफ्तेभर का कार्यक्रम, 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस
Farmer Protest: किसानों ने जारी किया आंदोलन के दौरान हफ्तेभर का कार्यक्रम, 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस
- 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस
- 24 फरवरी को दमन विरोधी दिवस
- 26 फरवरी को युवा किसान दिवस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान आंदोलन को तेज करने के मकसद से सयुंक्त किसान मोर्चा ने अगले पूरे सप्ताह का कार्यक्रम तय किया है जिसके तहत 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस मनाया जाएगा।
सयुंक्त किसान मोर्चा की जनरल बॉडी की बैठक में रविवार को फेसला लिया गया कि 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस मनाया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता किसान नेता इंदरजीत सिंह ने की। इस मौके पर किसान संगठनों के नेताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल संगठन कीरती किसान यूनियन पंजाब के प्रधान दातार सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि दी।
23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस
मोर्चा ने एक बयान में कहा कि 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस चाचा अजीत सिंह एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती की याद में मनाया जाएगा। सरदार अजीत सिंह देशभक्त एवं क्रांतिकारी थे। वह शहीद भगत सिंह के चाचा थे। बैठक में मौजूद भारतीय किसान यूनियन (लाखोवाल) के जनरल सेक्रेटरी हरिंदर सिंह ने बताया कि इस दिन किसान अपने आत्मसम्मान का इजहार करते हुए अपनी क्षेत्रीय पगड़ी पहनेंगे।
24 फरवरी को दमन विरोधी दिवस
किसान नेता डॉ. दर्शनपाल ने मोर्चा की तरफ से एक बयान में कहा कि अगले दिन 24 फरवरी को दमन विरोधी दिवस की घोषणा की जाती है जिसमें किसान आंदोलन पर हो रहे चौतरफा दमन का विरोध किया जाएगा। इस दिन सभी तहसील व जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिए जाएंगे।
26 फरवरी को युवा किसान दिवस
संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 26 फरवरी को दिल्ली मोर्चे के तीन महीने पूरे होने पर युवाओं के योगदान को सम्मानपूर्वक युवा किसान दिवस मनाया जाएगा। इस दिन मोर्चे के सभी मंच युवाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे। अलग अलग राज्यों के युवाओं से दिल्ली बॉर्डर्स पहुंचने की अपील की जाती है।
27 जनवरी को मजदूर किसान एकता दिवस
इसके बाद गुरु रविदास जयंती और शहीद चंद्रशेखर आजाद के शहादत दिवस पर 27 जनवरी को मजदूर किसान एकता दिवस मनाया जाएगा। मोर्चा ने कहा कि सभी देशवासियों से अपील की जाती है कि वे दिल्ली धरनों पर आकर मोर्चे को मजबूत करें। तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसान की अगुवाई कर रहे संगठनों का संघ संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि मोर्चे के तीसरे पड़ाव सम्बंधी बड़ी घोषणाएं 28 तारीख को फिर एक बैठक के बाद की जाएगी।