ईडी ने क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले में 14 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की
क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी ईडी ने क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले में 14 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को कहा कि उसने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मॉरिस कॉइन क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले में 14 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। कुर्क की गई संपत्तियों में फ्लाईविथमे मोबाइल एलएलपी (निषाद के. के स्वामित्व वाली एक फर्म) के बैंक खातों में शेष राशि और अपराध की आय से खरीदी गई निषाद के. के सहयोगियों की अचल संपत्तियां शामिल हैं। कुर्क की गई संपत्तियों में कोच्चि के एक अस्पताल फ्लाईविथमे ऐप के बैंक खाते में बैंक बैलेंस और तमिलनाडु में 52 एकड़ कृषि भूमि शामिल है।
ईडी ने निवेशकों को प्रतिदिन 2-3 प्रतिशत का उच्च रिटर्न देने के बहाने लोगों को धोखा देने के लिए निषाद के. और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस थानों में दर्ज विभिन्न प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की। ईडी ने कहा, जांच के दौरान यह पता चला है कि निषाद के ने अपनी विभिन्न फर्मों जैसे लॉन्ग रिच ग्लोबल, लॉन्ग रिच टेक्नोलॉजीज और मॉरिस ट्रेडिंग सॉल्यूशंस के माध्यम से मॉरिस कॉइन क्रिप्टो करेंसी के लॉन्च के लिए इनिशियल कॉइन ऑफर की आड़ में निवेशकों से जमा राशि एकत्र की।
ईडी के अनुसार, मशहूर हस्तियों की उपस्थिति में प्रचार कार्यक्रम आयोजित करके, निवेशकों को आकर्षक वेबसाइटों से परिचित कराना और प्रत्येक निवेशक को वेब-आधारित ऐप्स के माध्यम से ई-वॉलेट का प्रावधान करके, निषाद ने विभिन्न पिन स्टॉकिस्टों के माध्यम से निवेशकों से जमा राशि एकत्र की है।
इस तरह एकत्र की गई राशि को फिर निषाद और उनकी फर्मों के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद, एकत्र की गई राशि को शेल कंपनियों में ले जाया गया। निषाद के. और उनकी फर्मों से संबंधित खातों के बैंक स्टेटमेंट विश्लेषण से, यह पाया गया कि कई फर्मों/कंपनियों का इस्तेमाल कई बैंक खातों में अपराध की आय को लूटने के लिए किया गया था।
ईडी ने निषाद और उसके सहयोगियों के परिसरों में देश भर में तलाशी ली है और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। इससे पहले ईडी ने 36.72 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति को कुर्क किया था। स्टोक्सग्लोबल ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अब्दुल गफूर को 24 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने 21 मई को विशेष अदालत पीएमएलए, कोझीकोड के समक्ष छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। इस मामले में अभी तक 50.72 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क हो चुकी है।
(आईएएनएस)
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