हरियाणा के सोनीपत में भूकंप, दिल्ली-NCR में भी महसूस किए गए झटके
हरियाणा के सोनीपत में भूकंप, दिल्ली-NCR में भी महसूस किए गए झटके
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा के सोनीपात में रविवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 रिकॉर्ड की गई। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक दोपहर 3 बजकर 37 मिनट पर ये भूकंप आया था। दिल्ली-एनसीआर और उसके आस पास के क्षेत्रों में भी झटकों को महसूस किया गया। हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि झटकों के बाद घबराकर कई लोग अपने घरों से बाहर खुले स्थान पर आ गए। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र (ईएमएससी) ने इसकी पुष्टी की है। ईएमएससी ने कहा कि नार्थ इंडिया में रविवार दोपहर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।
Earthquake of magnitude 4.0 hit Sonipat in Haryana at 3:37 pm, tremors were felt in adjoining areas of Delhi NCR https://t.co/vZVf9sHv3Q
— ANI (@ANI) July 1, 2018
मई में भी नॉर्थ इंडिया में महसूस किए गए थे भूकंप के झटके
बता दें कि इससे पहले मई में नार्थ इंडिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 रिकॉर्ड की गई थी। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश की पहाड़ियों में था। दोपहर करीब 4 बजकर 16 मिनट पर भूकंप के ये झटके महसूस किए गए थे। जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर में भी हल्के झटके महसूस हुए थे। भूकंप के बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए थे। हालांकि इन झटकों से किसी तरह का नुकसान भारत में देखने को नहीं मिला था। एहतियात के तौर पर लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई था। इसके साथ ही सरकारी एजेंसियों ने आपदा प्रबंधन एजेंसियों सहित स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क रहने को कहा था। वहीं यूनाइटेट स्टेट ग्लोबल सर्वे ने अफगान बॉर्डर के पास ताजिकिस्तान में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 रिकॉर्ड की थी। पाकिस्तान में ये तीव्रता 5.1 रही रिकॉर्ड की गई थी।
अप्रैल में गुजरात में भूकंप के झटके
वहीं अप्रैल में गुजरात के कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र भरूच से 38 किमी की दूरी पर था। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई थी। भूकंप के बाद किसी के भी हाताहत होने या किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं आई थी। भूकंप के बाद लोग सतर्क हो गए थे और अपने-अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए थे। काफी देर तक लोग डर के साए में रहे थे।