दिल्ली के मुगल गार्डन का नाम बदलकर हुआ अमृत उद्यान
नाम बदलने का सिलसिला जारी दिल्ली के मुगल गार्डन का नाम बदलकर हुआ अमृत उद्यान
- 31 जनवरी से यह आम पब्लिक के लिए दोबारा खोला जाएगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में नाम बदलने का सिलसिला जारी है। केंद्र सरकार ने शनिवार को नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया। भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य और 'अमृत महोत्सव' की थीम को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा, "स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य और 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर, भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यानों को अमृत उद्यान के रूप में एक सामान्य नाम दिया है। अब दिल्ली के मशहूर मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया गया है और 31 जनवरी से यह आम पब्लिक के लिए दोबारा खोला जाएगा।"
अमृत उद्यान का उद्घाटन 29 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाएगा और यह 31 जनवरी से 26 मार्च तक दो महीने के लिए खुला रहेगा। आम तौर पर बगीचे जनता के लिए एक महीने के लिए खोले जाते हैं। यह फरवरी से मार्च तक का समय होता है, जब फूल पूरी तरह खिले होते हैं।
नविका गुप्ता ने कहा कि दो महीनों के अलावा सरकार ने बगीचे को विशेष ग्रुप्स, जैसे कि किसानों और अलग-अलग विकलांगों के लिए खुला रखने की भी योजना बनाई है। मुगल गार्डन आमतौर पर हर साल एक महीने के लिए जनता के दर्शन के लिए खोला जाता है। आगंतुकों को रेक्टेंगुलर, लंबे और गोलाकार उद्यान, हर्बल उद्यान, संगीत उद्यान और आध्यात्मिक उद्यान देखने को मिलते हैं।
ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ गार्डन का निर्माण
15 एकड़ में फैले इस गार्डन को ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था। इस मनमोहक गार्डन को राष्ट्रपति भवन की आत्मा कहा जाता है। मुगल गार्डन का एक हिस्सा खास किस्म के गुलाब के लिए जाना जाता है। राष्ट्रपति भवन और मुगल गार्डन को अंग्रेज वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियंस ने डिजाइन किया था।